#कानपुर नगर

 

 

*उप्र में महिलाओं, दलितों, अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ महामहिम से न्याय दिलाने की मांग को लेकर कानपुर जिलाधिकारी को ज्ञापन*

 

 

 

भारत रक्षा जन सुरक्षा मंच ने आज उप्र के प्रयागराज की करछना तहसील में एक दलित मजदूर द्वारा ठाकुरों के यहाँ मजदूरी करने से इन्कार करने के कारण उसको जिन्दा जलाकर मार डालने की घटना के विरोध में महामहिम राष्ट्रपति महोदया को संबोधित ज्ञापन आज कानपुर जिलाधिकारी को सौंपा ।

 

 

भारत रक्षा जन सुरक्षा मंच के जनरल सेक्रेट्री राजेश गौतम ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि प्रयागराज की घटना के साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में महिलाओं के यौन शोषण की घटनाओं ने भी अपना विकराल स्वरूप दिखाया है । उप्र में दलितों पिछड़ों और वंचितों के साथ बढ़ रही इस तरह की घटनाओं से सामन्तवादी मानसिकता के बढ़ने पुष्टि होती है । ऐसी ही एक घटना कासगंज में घटित हुयी, जिसके दुराचार में भारतीय जनता पार्टी के नेता गब्बर सिंह का नाम आ रहा है। इसी प्रकार कानपुर के सजेती थाना अन्तर्गत एक युवती के साथ दुराचार किया गया। अत्याचारी दुराचारी बेखौफ घूम रहे हैं और पुलिस बेपरवाह बनी हुयी है।

 

दलितों के ऊपर घाट रही घटनाओं में आगे बात करते हुए उन्होंने बताया कि प्रयागराज में दलित मजदूर देवी शंकर करछना के इसौटा गाँव का रहने वाला था 13 अप्रैल की सुबह उसे जला हुआ मृत पाया गया। देवी शंकर के 3 बच्चे हैं। उसके बच्चों का पालन पोषण कौन करेगा, विचारणीय प्रश्न है, इस प्रश्न का जवाब उप्र के मुखिया देंगे या भारत के प्रधानमंत्री ? इसके बाद उन्होंने मांग करी है कि घटना के मुख्य आरोपी छुट्टन सिंह समेत समस्त अपराधियों पर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चला कर एक माह में मृत्यु दंड की सजा सुनाई जाये। मृतक के बच्चों को 1 करोड़ रुपया की अनुग्रह राशि भी प्रदान की जाये जिससे देवी शंकर के बच्चों का पालन-पोषण व शिक्षा-दीक्षा हो सके।

 

 

 

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