आई एम ए चैरिटेबल मल्टी स्पेशलिटी ओपीडी में गरीबों और बेसहारा लोगों के लिए जहां निशुल्क उपचार
मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए थोड़े से शुल्क में शहर के जाने-माने चिकित्सकों द्वारा उपचार
कानपुर ,
आई एम ए चैरिटेबल मल्टी स्पेशलिटी ओपीडी में गरीबों और बेसहारा लोगों के लिए जहां निशुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है वहीं मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए थोड़े से शुल्क में शहर के जाने-माने चिकित्सकों द्वारा उपचार किया जा रहा है। आम जनता को बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने और जांचों में भारी रियायत देने के वादे के साथ आई एम ए ने यह चैरिटेबल ओपीडी की शुरुआत की थी। शुरुआत में इस व्यवस्था को पूरी तरह से निशुल्क रखा गया था परंतु जब इस निशुल्क व्यवस्था का दुरुपयोग किया जाने लगा तब संस्था ने तय किया कि जो लोग शुल्क के नाम पर ₹50 दे सकते हैं उनसे ₹50 की शुल्क रसीद ली जाएगी बाकी जो गरीब वह बेसहारा लोग हैं उनको निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही आई एम ए से रिलेटेड पैथोलॉजी व अन्य लैब में 40% की छूट जांचों के नाम पर दी जाएगी। ताकि गरीब से गरीब मरीज भी अपनी जांच करा कर अपना उपचार कर सके।यहां पर ओपीडी में सोमवार से लेकर शनिवार तक शाम 4:00 से 6:00 बजे तक शहर के नामी गिरामी चिकित्सकों द्वारा मरीजों का उपचार किया जाता है ।इन चिकित्सकों में डॉक्टर अंबिका प्रसाद, डॉक्टर सी के कपूर, डॉक्टर सविता रस्तोगी,डॉक्टर नंदिनी रस्तोगी, डॉ बृजेंद्र शुक्ला, डॉक्टर राजीव कैंथ, डॉक्टर पीयूष मिश्रा, डॉक्टर राजीव कक्कड़, डॉक्टर अर्चना भदौरिया, डॉक्टर हिमांशु वाजपेई, डॉक्टर सोनिया दमेले के साथ-साथ अन्य कई प्रमुख चिकित्सकों द्वारा हड्डी रोग,नेत्र रोग,फिजिशियन, डायबिटीज, नाक कान गला, रोग स्त्री एवं प्रसूति रोग,कैंसर,हृदय रोग,गुर्दा रोग,मूत्र रोग तथा चर्म रोग के साथ-साथ कई अन्य रोगों का उपचार किया जाता है।आई एम ए चैरिटेबल मल्टी स्पेशलिटी ओपीडी के प्रभारी डॉक्टर अंबिका प्रसाद ने बताया कि ओपीडी में किसी भी मरीज के साथ कोई भेदभाव नहीं किया जाता। प्रतिदिन 4:00 बजे से 6:00 बजे तक की ओपीडी होती है ।अगर किसी मरीज को कोई प्रॉब्लम होती है तो उसको संबंधित डॉक्टर के संपर्क में लाकर उसका उपचार कराया जाता है।आई एम ए द्वारा अपने मरीजो के लिए सारी व्यवस्थाएं की जाती हैं।