350वीं शताब्दी शहादत को सर्पित एक विशाल संगत जोड मेला (गुरुमत समागम)
कानपुर, आज दिनांक 27 अप्रैल को गुरु तेग बहादुर की आने वाली 350वीं शताब्दी शहादत को सर्पित एक विशाल संगत जोड मेला (गुरुमत समागम) मोतीझील लाजपत लौन मे शाम को गुरु तेग बहादुर जी के पावन प्रकाश पर्व को सर्पित हुआ जिसमे कानपुर की विभिन्न गुरूद्वारो की स्त्री सतसंग की बहनो द्वारा गुरू जी की वाणी श्लोक महला 9वां के पाठ सिमरण किये गये व सिंह सभा के प्रधान हरविन्दर सिंह लाट द्वारा मूल मंत्र का पाठ कर पहलगाम मे हुए हादसे मे शहादत को प्राप्त दिवंगत आत्माओ की शान्ति के लिए अरदास अपील की गई विशेष रूप से पटना वाले भाई सरबजीत सिंह द्वारा शबद कीर्तन हम बैठै तुम देउ आसीसा हम पापी तुम पाप खंडन।सा धरती भई हरिआवली जिथै मेरा सतगुरू बैठा आये।साधो मन का मान तिआगो।दिल्ली से आये भाई जगजीत सिंह बबीहा द्वारा शबद गुरू देग बहादुर सिमरिये घर नउ निधि आवै थाऐ।सब थाई होए सहाए।गुन गोविन्द गाये नहीं जनम अकारथ कीनु !साधौ रचना राम बनाई जगत भिखारी फिरत है सभ को दाता राम।इस अवसर पर इतिहास से जुडी एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। मंच का संचालन गुरूदीप सहगल, मनप्रीत भट्टी द्वारा किया गया। स्त्री सतसंग बाबा नामदेव द्वारा आये हुए स्त्री सतसंगो का सम्मान किया गया। अशोक अरोड़ा, सा० नीतू सिंह, कर्मजीत बावा, अमरजीत सिंह पम्मी आयी हुई संगतो का धन्यवाद किया। विशेष रूप से चन्द्र असरानी, कुलवंत सिंह पप्पी, अमरजीत सालुजा,रजिन्दर काके, रौनक, सतनाम सिंह, सुरेन्दर पाल सिंह,विशेष यंग मैन सिख एसोशियेश्न द्वारा जोडे की सेवा व रिप्पी व उनके साथ के सिंहो द्वारा छवील व लंगर की सेवा की। यह कार्यक्र आशोक अरोड़ परिवार साकेत नगर भाईया संतोख सिंह तलवार परिवार व सिख पंजाबी वेल फेयर सोसाईटी द्वारा अयोजित किया गया।