कानपुर
सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और दलितों की सुरक्षा की मांग की
इस घटना पर कार्रवाई करते हुये प्रदेश सरकार को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा तत्काल बर्खास्त किया जाए
भारतीय दलित पैंथर के बैनर तले आज कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया और प्रदेश में हो रहे दलितों के उत्पत्ति का अपना ज्ञापन दिया। प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं में जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और सरकार से दलितों की सुरक्षा की मांग की। इन प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व कर रहे भारतीय दलित पैंथर के अध्यक्ष पैंथर धनीराम बौध्द ने कहा कि प्रदेश के अंदर दलितों पर अत्याचार और उत्पीड़न हो रहा है, साथ ही महिलाओं की इज्जत सुरक्षित नहीं है भारतीय कानून व्यवस्था को धत्ता बताने वाले दलितों पर अत्याचार करने वाली कई घटनाएं प्रतिदिन घटित हो रही हैं। इन घटनाओं को लेकर दलित समाज काफी उद्देलित है और वह सरकार से इन अत्याचारों को समाप्त करने की मांग कर रही है। श्री पैंथर कहा कि अलीगढ़ की घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए और युवकों द्वारा दिये जा रहे बयान पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए किसी के साथ बर्बाद तरीके से अत्याचार किया जाना काफी अमानवी है। इसलिए आरोपियों को चिन्हित कर मुकदमा पंजीकृत कराया जाए। फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। पैंथर ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री इस घटना के मौलिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दें तथा हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री भी अपना इस्तीफा दें। श्री पैंथर ने मांग की है कि इस घटना पर कार्रवाई करते हुये प्रदेश सरकार को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा तत्काल बर्खास्त किया जाए। पीड़ित परिवार को सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए तथा संपूर्ण भारत में दबे पिछले वंचित दलित समाज के लोगों को आर्थिक संबंधता प्रदान करते हुए समाज के मुख्य धारा में लाया जाए। इसी तरह नेहा राठौर पर जो देशद्रोह का मुकदमा लगाया गया है उसे भी तत्काल वापस लिया जाए ।