बार एसोसिएशन को इन पांचो आरोपित अधिवक्ताओं की सदस्यता को समाप्त करने के निर्देश जारी किए
कानपुर
सिविल जज सीनियर डिवीजन के नाम पर अधिवक्ताओं ने एक फर्जी आदेश बनवाकर लागू कर दिया इसकी जानकारी जब बार काउंसिल को हुई तो बार काउंसिल ने कार्यवाही करते हुए कानपुर बार एसोसिएशन को इन सभी आरोपित पांचो अधिवक्ताओं की सदस्यता को समाप्त करने के निर्देश जारी किए थे।इस संदर्भ में बीते बुधवार को बार एसोसिएशन की एक बैठक हुई थी और इसमें निर्णय लिया गया था कि आरोपित सभी पांचो अधिवक्ताओं के सदस्यता समाप्त कर दी जाए और आज सभी पांचो अधिवक्ताओं की सदस्यता को समाप्त कर दिया गया है। यह जानकारी देते हुए कानपुर बार एसोसिएशन के अमित सिंह ने बताया कि बार एसोसिएशन ने बैठक कर बार कौंसिल ऑफ़ उत्तर प्रदेश के निर्देश पर इन सभी पांचो अधिवक्ताओं नरेश चंद्र त्रिपाठी, आदित्य कुमार सिंह,मनीष सिंह, सुनील भल्ला तथा श्रीमती मिथिलेश की सदस्यता को समाप्त कर दिया गया है।आपको बता दें कि आरोपित सभी पांचो वकीलों ने सिविल जज सीनियर डिवीजन के नाम पर एक फर्जी आदेश बनवा कर उसे फर्जी तरीके से लागू कर दिया। इस बात की जानकारी जब बार एसोसिएशन आफ उत्तर प्रदेश को हुई तो उन्होंने इसकी जांच की और फिर कानपुर बार एसोसिएशन को कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया। बार एसोसिएशन द्वारा जब जांच कराई गई तब मामला सही पाया गया और इस मामले में सीनियर अधिवक्ता एवं पूर्व बार एसोसिएशन कानपुर के अध्यक्ष नरेंद्र चतुर्वेदी त्रिपाठी नरेश चंद्र त्रिपाठी का भी नाम प्रमुखता से आया है। बार एसोसिएशन ने इन सभी लोगों की सदस्यता को रद्द कर दिया है तथा लाइसेंस को निष्क्रिय कर दिया है। एसोसिएशन के महामंत्री अमित सिंह ने बताया कि हाल फिलहाल उत्तर प्रदेश बार संगठन का एक पत्र हमारे पास आया है और उसमें इन सभी अधिवक्ताओं को निष्कासित किए जाने की बात कही गई है। हम लोगों ने अपनी तरफ से जब इस मामले की जांच कराई और जांच करने के बाद इनका लाइसेंस इनकी सदस्यता कैंसिल करने को बोला है , इस मौके पर अधिवक्ता दीपक पांडे , अमित शर्मा , मनोज सिंह, संदीप शर्मा ,जितेंद्र श्रीवास्तव, रत्नेश शर्मा आदि दर्जनों वकील मौजूद थे।