कानपुर
फर्जी हक्ताक्षर मामले में आया नया मोड़
बार के वर्तमान और पूर्व महामंत्री आमने -सामने
बार के द्वारा सदस्य्ता समाप्त करने की बात के बाद बोले पूर्व महामंत्री
बार के पदाधिकारी के खिलाफ मानहानि की कही बात
कानपुर ज़मीन के मामले में फर्जी साइन बनाकर आर्डर करने के मामले में बार एसोसिएशन द्वारा कार्यवाही करने के के बाद नया मोड़ आ गया हैं।बार एसोसिएशन के वर्तमान महामंत्री और पूर्व महामंत्री आमने सामने आ गए हैं।कल बार के महामंत्री अमित सिंह ने मीडिया के माध्यम से एक बायन जारी किया,जिसमे कहा गया की बार काउंसिल ऑफ़ उत्तर प्रदेश के द्वारा एक पत्र प्राप्त के आधार पर आदित्य सिंह,नरेश चंद्र त्रिपाठी व अन्य वकीलों को कानपुर बार की सदस्यता से निष्काषित कर दिया है।
जिसके बाद पूर्व महामंत्री आदित्य सिंह ने प्रेस वार्ता कर बताया की फर्जी हक्ताक्षर के मामले में उनसे कोई लेना देना नहीं है।शिकायत करता ने भी शपथ पत्र देकर मेरा नाम सम्मलित ना होने का हवाला दिया है। उसके बाद बार काउंसिलिंग ने भी मुझे क्लीन चिट दी है।बावजूद उसके सामाजिक छवि धूमिल करने के लिए उनका नाम जबरन उछाला जा रहा है।अधिवक्ता आदित्य सिंह ने कहा की अगर उनको कानपुर बार एसोसिएशन की तरफ से कोई नोटिस जारी होती है तो उसका संज्ञान लेकर मानहानी का मुकदमा संबधित लोगो को दर्ज करवाया जाएगा।