भारत के खिलाफ जिहाद का फतवा जारी करने वाले मुल्ला ज़लाली को कौसर मजीदी की चुनौती,आ कर ले मुकाबला।
कानपुर। पहलगाम आतंकी हमले के बाद, पाकिस्तान के आतंकी अड्डों पर की गई भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान के सारे आतंकी बौखलाए हुए हैं,लाहौर के ताजबाग के मदरसा मरकज ए सिरात अल मुस्तकीम में आतंकी अड्डा चलाने वाला,लाहौर का कुख्यात गुंडा,जो पिछले साल यौन शोषण और अवैध शराब रखने के मामले में जेल भी जा चुका है,और नागरिकता कानून के समय इसके द्वारा भारत विरोधी बयान जारी किए गए थे, इसके अलावा कश्मीर में आतंकी कारवाइयों को बढ़ाने के लिए मुल्ला ज़लाली द्वारा वर्ष 2019 में “जिहाद फ़र्ज़ है” का फतवा भी आतंकी मुल्ला ज़लाली द्वारा जारी किया गया था।तथा इसके द्वारा भारत में अनेक व्हाट्स एप ग्रुप चलाए जा रहे हैं,जिनमें पाकिस्तान के समर्थन और भारत विरोधी कंटेंट चलाए जाते हैं।
सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन मुल्ला आसिफ अशरफ़ ज़लाली को अंतर्राष्ट्रीय आतंकी घोषित करने और इसके भारतीय समर्थकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है।
पिछले दिनों मुल्ला ज़लाली के लड़के सुफियान द्वारा +92 323 4666352 नंबर से सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी के व्हाट्स एप पर एक वीडियो लिंक और भारत विरोधी बयानों वाले वीडियो और फोटो भेजे,यू ट्यूब के लिंक में मुल्ला ज़लाली भारतीय सेना द्वारा एयर स्ट्राइक किए जाने पर जिहाद का फतवा देते हुए कश्मीर पर हमला करने की मांग करते हुए,भारत को पाकिस्तान बनाए जाने की बात कर रहा है, इसके अलावा उसने पाकिस्तान की सेना से भारत के खिलाफ जंग करने के लिए उसे भेजे जाने की मांग की है।
जिसके जवाब में सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन राष्ट्रीय अध्यक्ष सूफी मोहम्मद कौसर हसन मजीदी द्वारा, केंद्रीय कार्यालय कानपुर नगर से,बयान जारी करते हुए कहा गया कि, हमने सरकार को पत्र लिखकर मुल्ला ज़लाली की गतिविधियों से अवगत करा दिया है,और हम सरकार से मांग करते हैं कि मुल्ला ज़लाली की शहीद होने की तमन्ना को पूरा किया जाए,और लाहौरी गुंडे अशरफ आसिफ़ ज़लाली से लड़ने के लिए सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन का हर सदस्य तैयार है, उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई को इस्लाम और शरीयत से जोड़कर जिहाद की बात करने वाले मुल्ला ज़लाली को सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन बता देना चाहता है कि, पाकिस्तान से कई करोड़ ज़्यादा मुसलमान भारत में रहते हैं,जो कभी भी पाकिस्तान का ख्वाब पूरा नहीं होने देंगे, उन्होंने कहा कि शरीयत और इस्लाम और मुसलमानों से पाकिस्तान और उसके आतंकी मुल्लाओं का कोई ताल्लुक ही नहीं,अगर ये लोग इस्लाम को मानते होते तो तो कभी ईरान और अफगानिस्तान की सरहदों पर हमले न करते,और उइगर मुसलमानों पर ज़ुल्म करने वाले चीन से दोस्ती न करते।
उन्होंने कहा कि हम देश की सरकार से अपील करना चाहते हैं कि,मुल्ला ज़लाली के मरने के अरमान पूरा करने के लिए सूफ़ी खानकाह एसोसिएशन के सदस्यों को आतंकी ज़लाली से निपटने की अनुमति प्रदान करें।