09 मई,2025 कानपुर नगर।

 

*बैठक में जिलाधिकारी द्वारा केडीए, अधिशाषी अभियंता आर0ई0एस0, अधिशासी अभियंता बैराज निर्माण खण्ड – 2, अधिशाषी अभियंता लघु सिंचाई द्वारा स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में बिना पूर्व सूचना के अनुपस्थित रहने के कारण उन पर कार्रवाई किए जाने के निर्देश अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को दिए ।*

*अधिशाषी अधिकारी सिंचाई विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि समस्त विषयों की विस्तृत सूचना बनाई जाए जिसमें विभाग द्वारा बाढ़ के दौरान क्या- क्या कार्यवाही उनके विभाग द्वारा किया जाना है, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कितने लोग डूब जाते है, पास में सब स्टेशन कहा है, उनकी भी सूचना विस्तृत रूप से बनाई जाए।*

 

जिलाधिकारी श्री जितेंद्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में बाढ़ नियंत्रण स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में उक्त निर्देशों के अलावा बाढ़ प्रबंधन और राहत कार्यों के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय/निर्देश दिए गए।

 

 

*ये दिए निर्देश*

 

. *बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में व्यवस्थाएं*: जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की विस्तृत जानकारी तैयार करें, जिसमें विभाग द्वारा की जाने वाली कार्यवाही, केस्को और दक्षिणांचल द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कितने डूब जाते हैं, पास में सब स्टेशन कहां है, आदि की व्यापक जानकारी हो।

. *बाढ़ राहत सामग्री*: अपर जिलाधिकारी वित्त राजस्व को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़ राहत कार्य में प्रयोग होने वाली राहत सामग्री का टेंडर अभी से कराएं, ताकि आवश्यकता पड़ने पर उचित मूल्य पर सामग्री मिल सके।

. *बाढ़ चौकियों की व्यवस्था*: जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपनी तहसीलों में बाढ़ चौकियों का स्थान चिन्हित करें और चौकी से सीएचसी, पीएचसी की दूरी, स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाओं की उपलब्धता हेतु पहले से ही टेंडर प्रक्रिया किए जाने की व्यवस्था करें।

. *खाद्य सामग्री की उपलब्धता*: जिला आपूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समय से खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने हेतु कार्य योजना तैयार करें।

 

*बाढ़ प्रबंधन के लिए निर्देश:*

 

. *तटबंधों की मरम्मत*: जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि तटबंधों की मरम्मत और रखरखाव समय से पहले सुनिश्चित किया जाए।

. *गोताखोरों और नावों की व्यवस्था*: जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गोताखोरों और आबादी के अनुसार नावों की संख्या की व्यवस्था करें।

. *पशुओं के चारे की व्यवस्था*: जिला पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं की संख्या के अनुसार चारे की व्यवस्था और दवाओं आदि की आवश्यकतानुसार वस्तुओं की पहले से ही टेंडर प्रक्रिया करें।

 

*अन्य महत्वपूर्ण निर्देश:*

 

. *नालों की सफाई*: जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि जनपद के समस्त नालों की समय से पहले ही सफाई कराई जाए।

. *विभागों की कार्य योजना*: जिलाधिकारी ने समस्त संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में उनके विभाग द्वारा किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत कार्य योजना सिंचाई विभाग को देना सुनिश्चित करें।

. *सफाई व्यवस्था*: जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे बाढ़ आने के पश्चात प्रभावित गांवों में सफाई कराए जाने हेतु कार्य योजना बनाएं, ताकि समय से बाढ़ प्रभावित गांव में तेजी से कार्यवाही की जा सके।

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