दिनांक 15-05-2025 को श्रीमती दीक्षा जैन, मुख्य विकास अधिकारी महोदया, कानपुर नगर द्वारा चन्द्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर परिसर के मुख्य द्वार के निकट पूर्व स्थापित जलाशय का जॉनसन मैथे कम्पनी के द्वारा कराये जा रहे जीर्णोद्वार के कार्य का निरीक्षण किया गया। यह एक एतिहासिक तालाब का निर्माण 1837 में आये सूखे के दौरान आम जनमानस को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से तत्कालीन मजिस्ट्रेट श्री आई० सी० विल्सन द्वारा खुदवाया गया था।

 

वर्तमान में यह तालाब एवं इसके अन्दर स्थित ऐतिहासिक मान्यूमेण्ट दोनों ही जीर्ण-शीर्ण अवस्था में हैं। इसका जीर्णोद्वार तालाब की जीर्ण-शीर्ण स्थिति होने व जल संचयन की क्षमता को बढ़ाने के कारण किया जा रहा है। कुछ माह पूर्व डा० आनन्द कुमार सिंह, कुलपति, चन्द्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी द्वारा जिला प्रशासन एवं मुख्य विकास अधिकारी, कानपुर नगर से उपरोक्त तालाब का जीर्णोद्धार कराने का अनुरोध किया गया। विश्वविद्यालय में इस सम्बन्ध में धनराशि उपलब्ध नहीं थी तथा यह तालाब शहरी क्षेत्र में है, इसलिए इस तालाब पर मनरेगा से भी कार्य नहीं किया जा सकता है, जिसके लिए विकल्प तलाशे जा रहे थे। इस समस्या का निदान कानपुर में कार्य कर रही उद्योगों के माध्यम से हुआ। किसी भी संस्था/उद्योग को भूगर्भजल विभाग की एन०ओ०सी० इस शर्त के साथ दी जाती है कि वह संस्था/ उद्योग जितना जल का दोहन करेगा, उतने अनुपात में जल संरक्षण का कार्य अन्य स्थान पर करेगा। जनपद में विशेष अभियान चलाकर कई उद्योगों के माध्यम से जल संरक्षण के कार्य कराये जा रहे हैं। इन्हीं में से एक जॉन्सन मैथे के द्वारा सी०एस०ए० के इस ऐतिहासिक तालाब जिसका क्षेत्रफल लगभग 1.643 एकड़ है पर दिनांक 15-05-2025 को कार्य प्रराम्भ कराया गया है। सी०एस०ए० के तालाब के अतिरिक्त कैण्ट एरिया के एक बड़े प्रोजेक्ट पर भी जॉन्सन मैथे कम्पनी के द्वारा कार्य किया जा रहा है।

 

इस तालाब में जॉन्सन मैथे कम्पनी के द्वारा जे०सी०बी० के माध्यम से साफ-सफाई एवं अन्य कार्यों को कराया जा रहा है। जॉन्सन मैथे कम्पनी के उपस्थित प्रतिनिधि द्वारा अवगत कराया गया कि इस कार्य को उनके द्वारा एक सप्ताह में पूर्ण करा लिया जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी महोदया द्वारा निर्देश दिये गये कि इस तालाब का सुन्दरीकरण कराते हुए चारों ओर बेंच की व्यवस्था करायी जाय तथा तालाब का विस्तृत विवरण अंकित कराते हुए रोड साइड पर साइनेज लगवाते हुए इस कार्य को एक सप्ताह में पूर्ण करा लें तथा विश्वविद्यालय की ओर से उपस्थित कैप्टन नौशाद खान को यह निर्देश दिये गये कि आवश्यकतानुसार पार्क के चारों ओर फूलदार पौधों, घास आदि का रोपण किया जाए, जिससे यह लोगों व छात्रों के लिए एक अच्छा स्थान बन सके।

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