कानपुर नगर

 

रामादेवी मेडिकल सेंटर में फिल्म “गब्बर” का सीन बना हकीकत

 

अस्पताल ने किया मुर्दे का इलाज बनता रहा बिल

 

परिजनों के पुलिस बुलाने पर अस्पताल ने घर पहुंचाने और लिखित में कार्यवाही ना करने की बात कही

 

 

कानपुर, 20 मई 2025: चकेरी स्थित रामादेवी मेडिकल सेंटर से बॉलीवुड की चर्चित फिल्म गब्बर इज़ बैक का दृश्य सजीव हो उठा जब एक मृत मरीज का इलाज चलता रहा और उसके नाम पर लाखों रुपये का बिल बनाया जाता रहा।फतेहपुर के हुसैनगंज निवासी राजाराम (उम्र 55 वर्ष) को 16 मई को गंभीर हालत में कानपुर लाया गया था। आंत फटने की वजह से उन्हें रामादेवी मेडिकल सेंटर में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने परिजनों को बताया कि इलाज में करीब 60 से 70 हजार रुपये का खर्च आएगा।

लेकिन हकीकत इससे कहीं अधिक भयावह निकली। राजाराम के बेटे हिमांशु मौर्य ने बताया कि अब तक इलाज के नाम पर 2 लाख 38 हजार रुपये से अधिक वसूले जा चुके हैं। हिमांशु खुद पेशे से मजदूर हैं और पिता के इलाज के लिए 8 प्रतिशत ब्याज पर कर्ज लेकर अस्पताल के बिलों का भुगतान कर रहे थे।

 

बीते मंगलवार, 20 मई की रात जब अस्पताल लगातार पर्चे पर पर्चा बनाता रहा और राशि की मांग करता रहा, तो परिजनों को शक हुआ। उन्होंने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को बुलाया। जब पुलिस मौके पर पहुंची और ICU में जाकर देखा गया, तो सामने आया कि मरीज की तो पहले ही मौत हो चुकी थी। हैरानी की बात यह रही कि मौत के बावजूद अस्पताल लगातार “इलाज” का ड्रामा करता रहा और पैसे ऐंठता रहा। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल 400 रुपये की पर्ची पर 1400 रुपये तक वसूल रहा था। हंगामे के बाद अस्पताल प्रशासन ने पुलिस से कथित सांठगांठ करते हुए परिजनों से कहा कि अब कोई और पैसा न दें, शव को एंबुलेंस से घर भिजवा दिया जाएगा—लेकिन इसके बदले एक लिखित सहमति दें कि वे भविष्य में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करेंगे।राजाराम के बेटे हिमांशु का कहना है कि यह सरासर धोखाधड़ी है और उनके साथ अन्याय हुआ है। वह चाहते हैं कि उन्हें उनका पैसा वापस मिले और अस्पताल के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई हो।यह मामला निजी अस्पतालों की लूटखसोट और व्यवस्था की खामियों को उजागर करता है। एक मृत व्यक्ति का इलाज दिखाकर लाखों रुपये वसूलना न सिर्फ नैतिक अपराध है, बल्कि कानून की नजर में भी गंभीर अपराध है।अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है, या यह मामला भी कुछ दिनों में दबा दिया जाएगा।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *