#कानपुर नगर
*”उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी” ने उत्तर प्रदेश सरकार को संबोधित ज्ञापन कानपुर जिलाधिकारी को दिया*
*ज्ञापन में सिख समुदाय को जबरन ईसाई धर्म अपनाने के आरोप पर चिंता जताई गई*
उत्तर प्रदेश पंजाबी अकादमी
ने आज जिलाधिकारी कानपुर नगर को एक ज्ञापन देते हुए मीडियाको बताया कि भारत में विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के क्षेत्रों में सिख समुदाय के लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के मामले पर चिंता प्रकट की गई है। हमारे द्वारा दिए गए ज्ञापन में उल्लेख है कि इन क्षेत्रों में पहले सिख समाज के लोगों को लालच देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है और अब यह स्थिति उत्तर प्रदेश में भी उत्पन्न हो गई है, जहाँ हजारों लोग ईसाई धर्म अपना चुके हैं।
उनकी प्रमुख मांगें:
1. जांच की मांग:
पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के प्रभावित क्षेत्रों में सिख समाज के लोगों को जबरन धर्म परिवर्तन कराने के मामलों की गहन जांच की जाए।
यह जांच राज्य और केंद्र सरकार दोनों स्तरों पर कराई जाए ।
2. विदेशी फंडिंग की जांच:
इस अति संवेदनशील मुद्दे में जिन विदेशी संगठनों की सहायता से धर्म परिवर्तन हो रहा है, उनकी गतिविधियों की सघन जांच कराई जाए ।
3. सीमावर्ती क्षेत्रों में साजिश:
भारत देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में चल रही धर्मांतरण की गतिविधियों की भी जाँच की जाए ताकि हकीकत सबके सामने आ सके ।
ज्ञापन के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि इस संवेदनशील मुद्दे को संज्ञान में लेकर सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में सिख समाज की पहचान और अस्तित्व पर कोई खतरा न आए। इसके साथ ही धर्मांतरण की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की गई है।
ज्ञापन के दौरान गुरदीप सिंह चावला ‘विक्की’, उपाध्यक्ष, उत्तर
प्रदेश पंजाबी अकादमी के साथ अनेकों सिख प्रतिनिधि भी मौजूद रहे