कन्वेन्शन सेन्टर चुन्नीगंज, जयपुरिया स्कूल के निकट निर्मित 02 लेन रेल उपरिगामी परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया गया।
कानपुर, आज दिनांक 24.05.2025 को नोडल अधिकारी डा० मुथु कुमार स्वामी, सचिव वित्त विभाग, उ०प्र० शासन द्वारा जनपद कानपुर नगर में पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार विकास खण्ड विधनू के ग्राम पंचायत-अफजलपुर में जल जीवन मिशन के हर घर जल परियोजना के अन्तर्गत निर्मित पानी की टंकी, ग्राम पंचायत कठारा में संचालित गौआश्रय स्थल, कन्वेन्शन सेन्टर चुन्नीगंज, जयपुरिया स्कूल के निकट निर्मित 02 लेन रेल उपरिगामी परियोजना का स्थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला पंचायत राज अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, अपर नगर आयुक्त प्रथम, अधिशाषी अभियन्ता स्मार्ट सिटी नगर निगम, अधिशाषी अभियन्ता जल निगम, सहायक अभियन्ता सेतु निगम आदि उपस्थित रहे। निरीक्षणोपरान्त निम्नवत् निर्देश दिये गये सर्वप्रथम ग्राम पंचायत अफजलपुर का स्थलीय निरीक्षण किया गया। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत ग्राम पंचायत में पेयजल हेतु तैयार की गयी डी०पी०आर० का सक्षम स्तर से अनुमोदन कराया जाना अवशेष है। डी०पी०आर० के अनुमोदन उपरान्त ग्राम पंचायत के समस्त घरों में टैप कनेक्शन कराये जाने एवं ग्राम में दोहरी पाइप लाइन न बिछाये जाने के निर्देश दिये गये। वर्तमान में ग्राम पंचायत अफजलपुर में वर्ष 1981 से संचालित पाइप पेयजल परियोजना द्वारा पानी की सप्लाई की जा रही है। कतिपय ग्रामीणों द्वारा अवगत कराया गया कि पानी का प्रेशर अपेक्षाकृत कम है एवं नियमित तौर पर पानी की सप्लाई नहीं की जाती है। मौके पर उपस्थित श्रीमती रूचि सिंह को 02 गौवंश एवं अखिलेश यादव को 03 गौवंश की सुपुर्दगी की गयी है जिसके लिए इन्हे प्रतिमाह 1500/- प्रति गौवंश की दर से धनराशि दी जाती है।नगर निगम द्वारा चुन्नीगंज में निर्मित कराये जा रहे कन्वेंशन सेन्टर की वित्तीय प्रगति 90.49 प्रतिशत एवं भौतिक प्रगति 96.5 प्रतिशत बतायी गयी। निर्माणाधीन समस्त कार्यों यथा ड्रेनेज सिस्टम, इलेक्ट्रिकल वर्क को मानक अनुरूप एवं गुणवत्तापरक कार्य कराते हुए 30 मई 2025 तक पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिये गये। कन्वेंशन सेन्टर में कराये गये फर्नीचर एवं इंटीरियर वर्क की गुणवत्ता की जॉच सक्षम स्तर से कराये जाने के निर्देश दिये गये। साथ ही फर्नीचर दीमक से प्रभावित न हो इस हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित किये जाने एवं आडीटोरियम को ध्वनि अवरोधन के अनुरूप बनाया गया है जिसके मानको की पुनः जाँच कराये जाने के निर्देश दिये गये।