कानपुर

 

कानपुर में ई रिक्श और ऑटो की अराजकता दिन पर दिन देखने को मिल रही है

 

ई-रिक्शा और ऑटो चालक बिना रूट क़े चला रहे गाड़ी

 

कानपुर शहर में डेढ़ से दो लाख ई-रिक्शा और ऑटो रिक्शा बिना परमिट के दौड़ रहे हैं।

 

नगर निगम, यातायात विभाग एवं संभागीय परिवहन विभाग अधिकारियों ने ई रिक्श और ऑटो रिक्शा की अराजकता रोकने के लिए सोमवार से उनके रूट निर्धारित करने का फैसला लिया है। ई रिक्शा स्वामियों को ये छूट दी गई है कि वे जिस रूट का चयन करेंगे, उसी पर उनके ई रिक्श और ऑटो रिक्शा को लगाया जाएगा ई रिक्शा स्वामियों को अपने चालक का भी ब्यौरा देना होगा क्योंकि जिस चालक का पंजीयन होगा, वही ई रिक्शा चला सकेगा। इसके लिए कैंप लगने जा रहे हैं। अब ई रिक्शा और ऑटो रिक्शा पर पंजीयन का स्टीकर चिपकाकर रजिस्टर्ड चालक ही ई रिक्शा और ऑटो रिक्शा संचालित कर सकेंगे।

 

डेढ़ से दो लाख से अधिक ई रिक्शे और ऑटो रिक्शा दौड़ रहे हैं जिनमें से अधिकतर का पंजीकरण भी नहीं है। ये रिक्शे यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यह ऑटो रिक्शा ज्यादातर नवीन मार्केट, परेड चौराहा, बड़ा चौराहा, घंटाघर, माल रोड, रामा देवी चौराहा, जरीब चौकी चौराहा, बेगमगंज, अलम मार्केट, डिप्टी पड़ाव, गोविंद नगर, और सीटीआई जैसे चौराहा अपनी अराजकता ये पूरी सड़क घेरकर खड़े रहते हैं और बेतरतीब तरीके से चलते हैं। जिससे यातायात बाधित होता है। चौराहों पर दिन रात इनका जमावड़ा लगा रहता है जिससे ट्रैफिक फंसता है। इनकी संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि सड़कों पर सिर्फ ये ही दिखते हैं। इसके अलावा ये आवागमन के लिए इतने असुरक्षित हैं कि सड़क पर जरा सा भी गड्ढा आने पर पलट जाते हैं और सवारियां चुटहिल हो जाती हैं। अक्सर हादसे होते हैं लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते। ऐसे में नगर निगम, यातायात विभाग एवं संभागीय परिवहन विभाग ने संयुक्त रूप से ई रिक्शों और ऑटो रिक्शा को नियंत्रित करने की तैयारी की है।

 

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