परिषद के पुरोधा पी एन शुकुल की पुण्यतिथि पर दी गई श्रद्धॉंजलि,
बिजली विभाग को निजीकरण न किए जाने की उठी माँग
कानपुर,आज राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के पुरोधा स्वर्गीय पी एन शुकुल की पुण्यतिथि पर सिंचाई विभाग फूलबाग में भावभीनी श्रद्धॉंजलि दी गई।पुण्यतिथि के अवसर पर परिषद के अध्यक्ष राजा भरत अवस्थी ने कहा कि पी एन शुकुल् ने राज्य के कर्मचारियों व शिक्षकों को केन्द्र के समान वेतन ,मंहगाई भत्ता व अन्य सुविधाएँ दिलाए जाने के लिए दो-तीन वर्ष तक जेल में निरुद्ध रहे।उनके द्वारा की गई हड़ताल व सशक्त आंदोलन से तत्कालीन प्रधानमन्त्री इन्दिरा गाँधी ने उन्हें दिल्ली बुलाकर राज्य सभा सदस्य व बाद में विधान परिषद सदस्य बनाया। उनके द्वारा दिखाया गया मार्ग आज भी प्रासंगिक है। कर्मचारी व शिक्षक अपने दायित्व का निर्वहन जिस तल्लीनता से कर रहे है सरकार कर्मचारियों को केन्द्र के समान कैशलेस चिकित्सा इलाज की व्यवस्था की कराए।पुरानी पेंशन बहाली आठवाँ वेतन आयोग की समिति का गठन, सीसीए रोके हुए भत्ते बहाल करने व कर्मचारियों के बीच से एमएलसी बनाए जाने की आवाज़ बुलंदी से की गई।बैठक का संचालन मन्त्री इं.कोमल सिंह ने किया।पुण्यतिथि पर विभिन्न संघों के पदाधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित की,प्रमुख रूप से रणधीर सिंह,हरीश श्रीवास्तव, धर्मेन्द्र अवस्थी,अजय द्विवेदी,विनय गौतम,एसएमजेड नकवी,विमल वर्मा,प्रशान्त शुक्ला,दिनेश यादव,शैलेंद्र,अखिलेश कुशवाहा,प्रेम नारायण दीक्षित,ऊषा कुमारी,सुनीता साहू आदि उपस्थित रहें।