कानपुर
अलीगढ़ में हुई मॉब लिंचिंग की घटना पर CPIM का विरोध, कानपुर से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर कार्रवाई की मांग
अलीगढ़ में कथित तौर पर गोमांस ले जाने के शक में कुछ युवकों के साथ हुई भीड़ हिंसा पर भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने कड़ी आपत्ति जताई है। पार्टी की कानपुर जिला समिति ने सोमवार को कानपुर जिलाधिकारी के माध्यम से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
जिला समिति कार्यकर्ता मोहम्मद वसीम के अनुसार अलीगढ़ में एक गाड़ी में मांस ले जा रहे चार लोगों को कुछ कथित हिंदू संगठनों के सदस्यों ने घेरकर पीटा और उन्हें गौमांस की तस्करी के झूठे आरोप में हिंसा का शिकार बनाया। पीड़ितों का कहना है कि न सिर्फ उन्हें मारा-पीटा गया, बल्कि जलाने की धमकी भी दी गई और पैसों की भी जबरन वसूली की गई।
घटना के बाद पुलिस जांच में यह स्पष्ट हो गया कि गाड़ी में ले जाया जा रहा मांस गौमांस नहीं था। इसके बावजूद एक विशेष वर्ग को निशाना बनाया गया, बजरंग दल और हिंदू सेना पार्टी ने संविधान और कानून का उल्लंघन कर मॉब लांचिंग की घटना को अंजाम दिया है लेकिन उप्र सरकार ने अभी तक उनके खिलाफ कोई भी कार्यवाही नहीं करी है ।
सीपीआई (एम) कानपुर जिला समिति ने ज्ञापन में कहा है कि यह घटना न केवल धार्मिक उन्माद को बढ़ावा देती है, बल्कि सामाजिक सौहार्द्र को भी खंडित करती है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि दोषियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए और कानून का शासन सुनिश्चित किया जाए।
पार्टी ने इस तरह की घटनाओं को समाज में भय और नफरत फैलाने की साजिश करार दिया और सरकार से संविधान और कानून के तहत कठोर कार्रवाई की अपेक्षा जताई