10 जून, 2025 कानपुर नगर।

जिलाधिकारी श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत के 15वें वित्त आयोग की वित्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति के संबंध में बैठक संपन्न हुई।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने समस्त अधिशाषी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जो भी परियोजना बनाई जाए, वह लोगों की सुविधानुसार हो। किसी भी योजना में सरकारी धन खर्च करने में लापरवाही नहीं बरती जाए। यदि किसी योजना में लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने घाटमपुर क्षेत्र की एक परियोजना की समीक्षा के दौरान पाया कि प्रस्तावित बारात शाला के निर्माण स्थल पर जलभराव की समस्या है। इस स्थिति को देखते हुए, जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जलभराव से प्रभावित इस स्थान के बजाय अन्य उपयुक्त स्थान  का चयन , ताकि परियोजना का सुचारू रूप से क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।

जिलाधिकारी ने समस्त अधिशाषी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जो भी परियोजना बनाई जाए उनमे निम्न बातो का विशेष ध्यान रखा जाए जो निम्न है :-

1 – स्थानीय निकायों द्वारा प्रस्तुत कार्यों के आगणनो का तकनीकी सत्यापन कराने के निर्देश दिए गए तथा तकनीकी  सत्यापन कराने के उपरान्त ही कार्य कराये जाने के निर्देश दिये गये।

2 – स्वीकृत कार्य स्वीकृत स्थानों पर ही कराना अनिवार्य है अर्थात कार्य का स्थल परिवर्तन किसी भी दशा में न हो।
3 -कार्ययोजना में लिए गए कार्य जनहित में दृष्टिगोचर होना आवश्यक है।

4- कार्यों की गुणवत्ता प्रभावित न हो. सभी कार्य गुणवत्ता मानकों का पालन करते हुए कराना आवश्यक है।

5- कार्ययोजना में सम्मिलित कार्यों की द्विरावृत्ति न हो अर्थात किसी अन्य योजना में सम्मिलित न हों।

6- क्रय सामग्री जैम पोर्टल के माध्यम से ही नियमानुसार कार्यवाही करते हुए क्रय किया जाए एवं निर्माण कार्यों की निविदा ई-टेण्डर पोर्टल के माध्यम से आमंत्रित की जाए।

7- कार्यों की गुणवत्ता की जाँच / परीक्षण लोक निर्माण विभाग के नामित अभियन्ता से कराकर ही भुगतान की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये।

 

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