फर्जी शिकायत में कूट रचित दस्तावेज लगाकर किया गया था मूल वेतन में अवनत

 

 

 

कानपुर नगर । कानपुर विकास प्राधिकरण कर्मचारी नेता राकेश रावत मैं आरोप लगाया कि फर्जी दस्तावेज लगाकर शिकायत की गई थी। बिना शिकायत के साक्ष्यों की जांच किये ही राकेश रावत को मूल वेतन में अवनत कर दिया गया। राकेश रावत ने आगे कहा मेरे खिलाफ एक कूट रचित दस्तावेज बनाते हुए विभागीय कार्रवाई की गई एवं उनके खिलाफ सतर्कता विभाग उत्तर प्रदेश से भी जांच कराई गयी। जिसमें सभी एविडेंस को प्राप्त करते हुए जांच को पूर्ण किया गया। सतर्कता विभाग द्वारा दोष मुक्त किया गया। एवं उनके खिलाफ जांच को समाप्त कर दिया गया। जांच के दौरान पता चला कि शिकायतकर्ता का पत्र फर्जी ढंग से तैयार किया गया और उसमें फर्जी हस्ताक्षर किए गए। जिनके खंडन में दि लायर्स एसोसिएशन ने भी पत्र जारी किया कि जिस शिकायती पत्र पर कार्यवाही की गई थी, वह पत्र जारी ही नहीं किया गया है। जो पत्रांक उपाध्यक्ष कानपुर विकास प्राधिकरण एवं जिला अधिकारी कानपुर नगर को दिया गया है। नियमानुसार जांच अधिकारी को शिकायत की पुष्टि की जानी चाहिए थी और एफिडेविड प्राप्त करना चाहिए था परन्तु ऐसा नहीं किया गया।

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