सीएचसी झींझक में गर्मी से बेहाल मरीज, बिजली व्यवस्था नदारद
कानपुर देहात उत्तर प्रदेश सरकार जहां एक ओर स्वास्थ्य सेवाओं को हाईटेक और प्रभावी बनाने के प्रयासों की बात करती है, वहीं जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। हाल ही में कानपुर देहात के झींझक स्थित वीरांगना अवंति बाई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें अस्पताल की अव्यवस्थाएं खुलकर सामने आई हैं।वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक मरीज स्ट्रेचर पर लेटा हुआ है और गर्मी से परेशान उसके परिजन अपने गमछे से उसे हवा कर रहे हैं। अस्पताल में बिजली नहीं होने की वजह से पंखे बंद हैं और पूरे परिसर में उमस और गर्मी का माहौल है। तीमारदारों ने मौजूद डॉक्टरों और स्टाफ से अपील की, लेकिन उनकी बातों को अनसुना कर दिया गया।मरीज उसी स्थिति में पड़ा हुआ था, और गर्मी से राहत देने के लिए उसके परिजन लगातार गमछे से हवा करते नजर आये थे। जब मौके पर मौजूद डॉक्टर से ऑन कैमरा प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया। हालांकि, ऑफ कैमरा उन्होंने यह स्वीकार किया कि “बिजली कटने के बाद अस्पताल में कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है।”इस मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि जब प्रदेश सरकार बार-बार बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का दावा कर रही है, तो जमीनी स्तर पर ऐसी लापरवाही क्यों? क्या यह अस्पताल प्रशासन की उदासीनता है या फिर आवश्यक संसाधनों की कमी?
अब जब यह मामला वायरल हो चुका है, तो स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे इस पर तत्काल संज्ञान लें। न केवल बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, बल्कि अस्पताल कर्मचारियों की जिम्मेदारी भी तय की जाए ताकि भविष्य में मरीजों को इस तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।