*खानकाहे हुसैनी ने मोहर्रम पर अपील जारी की।*
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कानपुर 26 जून खानकाहों के खादिमों की एक मीटिंग खानकाहे हुसैनी कर्नेल गंज में मोहर्रम को लेकर हुई कानपुर की आवाम से अपील जारी की गयी।
मीटिंग का आगाज़ तिलावते कुरान-ए-पाक से हुआ खानकाहों के खादिमों ने कानपुर की आवाम से मोहर्रम मे पैगम्बर मुहम्मद मुस्तफा के नवासे इमाम हुसैन व उनके 72 साथियों की शहादत की याद में शर्बत-पानी की हुसैनी शबीले लगाने, भूखों को खाना खिलाने विधवाओं अनाथों की मदद करने, बीमार बेसहारा का इलाज कराने, पर्यावरण को बचाने में एक-एक पौधा लगाने व उसकी देखभाल करने, अपने घरों पर हुसैनी परचम लगाने, नमाज़ की पाबंदी करने, आलम जुलूसों में अदबों एहतिराम से चलने, इमाम चौक पर ज़री (ताजिया) को रखने उठाने पर अदबों एहतिराम का ख़्याल रखने, परचमों की छड़ों को 10 फीट तक रखने व लोहे की छड़ों का प्रयोग न करने, जुलूस में परचमों के साथ स्टंट न करने, मोटर साइकिलो का जुलूस बना कर न चलने व सड़को पर स्टंट न करने, जंगे कर्बला को याद करने, मस्जिदों, खानकाहों घरों में ज़िक्र -ए- शहादतैन का एहतिमाम करने, अपने पड़ोसियों का ख्याल रखने वो किसी भी मज़हब का हो, कानपुर प्रशासन का सहयोग करें, किसी भी तरह की अफवाह से दूर रहने, कोई व्यक्ति झूठी अफवाह फैलाये तो उसकी जानकारी अपने-अपने क्षेत्रों के थाना-चौकी प्रभारी को देने, शासन प्रशासन की गाइडलाइंस का पालन करने की अपील खानकाहे हुसैनी ने कानपुर की अवाम से अपील जारी की।
इखलाक अहमद डेविड चिश्ती ने कानपुर नगर के जिलाधिकारी से बिजली-पानी की उचित व्यवस्था करने, कानपुर शहर में जिन मार्गो से जुलूस निकलता है उन सड़कों की खराब दशा सुधारने, कर्बलाओं, इमाम चौको के पास गंदगी को दूर करने, बिजली के जर्जर खम्भों को दुरुस्त कराने व जिन मार्गो से जुलूस निकले उस वक्त वहां की बिजली बंद करने व सभी व्यवस्था दुरुस्त करने के दिशा निर्देश सम्बंधित विभागों को देने की मांग की व कानपुर नगर के पुलिस आयुक्त से मोहर्रम के जुलूसों में पुलिस को एलर्ट करने व जुलूसों के आयोजकों व क्षेत्रों के सम्मानित नागरिकों के साथ मीटिंग करने के निर्देश देने की मांग की।
मीटिंग व अपील में खादिम खानकाहे हुसैनी इखलाक अहमद डेविड चिश्ती, सूफी मोईनुद्दीन चिश्ती, सैय्यद अबूज़र जैदी नक्शबंदी ,आशिक अली नियाज़ी, अनवार अहमद मदारी, सूफी इश्तियाक निज़ामी, परवेज़ आलम वारसी, सैय्यद तलहा कादरी, सूफी मोहम्मद आरिफ चिश्ती, सूफी मंसूर सब्लू, अफज़ाल अहमद आदि लोग मौजूद थे।