*1जुलाई से 31 जुलाई तक चलेगा विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान*

 

*वेक्टर जनित रोगों के लिए जनपद में 36 संवेदनशील स्थल, रहेगी विशेष निगरानी*

 

*जनपद में 1जुलाई को मकसूदाबाद से अभियान का होगा शुभारंभ*

 

*विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान में शिथिलता क्षम्य नहीं:डीएम*

 

*बैठक से अनुपस्थित रहने पर चिकित्सा शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी को शो-कॉज नोटिस जारी करने के दिये निर्देश*

 

*संचारी रोग नियंत्रण अभियान में ग्राम प्रधानों का सक्रिय सहयोग आवश्यक*

 

कानपुर नगर, 28 जून, 2025

 

विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में सरसैया घाट स्थित नवीन सभागार में अंतर्विभागीय समन्वय बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य विभागों के अधिकारी एवं यूनिसेफ तथा डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

 

जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि विशेष संचारी रोग नियंत्रण माह में किसी भी विभाग की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। अभियान की सफलता के लिए सभी विभाग अपने-अपने स्तर पर जिम्मेदारीपूर्वक कार्य करें। माइक्रोप्लान के अनुसार शत-प्रतिशत कार्य का सम्पादन सुनिश्चित हो तथा डाटा फीडिंग और सतत निगरानी पर विशेष ध्यान दिया जाए। चिकित्सा शिक्षा विभाग के नोडल अधिकारी की बैठक में अनुपस्थिति पर जिलाधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।

 

जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा नगर निगम क्षेत्र सहित दस ब्लॉकों से प्राप्त माइक्रोप्लान की समीक्षा करते हुए उसमें पाई गई कमियों की रिपोर्ट उसी दिन प्रस्तुत करने को कहा गया। गत वर्ष के वेक्टर जनित रोगों के आंकड़ों के आधार पर जनपद में कुल 36 स्थानों को संवेदनशील मानते हुए उन्हें हॉट स्पॉट घोषित किया गया है। जिन स्थलों को संवेदनशील माना गया है उनमें विनायकपुर, कैंटोनमेंट, अंबेडकर नगर काकादेव, उस्मानपुर, ओमपुरवा, कल्याणपुर उत्तरी, कल्याणपुर दक्षिणी, कृष्णा नगर, सर्वोदय नगर, गांधी ग्राम, गीता नगर, ग्वालटोली, जरौली, तिलक नगर, पनकी, परमट, निराला नगर, नवाबगंज, विश्व बैंक बर्रा, विष्णुपुरी, नानकारी, सरायमीता, श्याम नगर, मकरॉबर्टगंज, बर्रा पश्चिमी, महाराजपुर, बिल्हौर, बिठूर, टिकरा, मकसूदाबाद, महाराजपुर इत्यादि शामिल है। इन क्षेत्रों में अभियान चलाकर एंटी लार्वा दवाओं का छिड़काव किया जाए। इन क्षेत्रों में संबंधित अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, एमओआईसी और नगर स्वास्थ्य अधिकारी भ्रमण कर स्थानीय नागरिकों से संवाद करते हुए 30 जून तक रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

 

जिलाधिकारी ने बताया कि 1 जुलाई से 31 जुलाई तक जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही 11 जुलाई से 31 जुलाई तक घर-घर दस्तक अभियान भी संचालित किया जाएगा। इस दौरान आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रत्येक घर में जाकर मच्छर जनित रोगों से बचाव की जानकारी देंगी और व्यवहार परिवर्तन के लिए प्रेरित करेंगी। इसी अवधि में ‘स्टॉप डायरिया नियंत्रण अभियान’ भी दो माह तक चलाया जाएगा।

 

जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि ग्रामीण क्षेत्रों में किए जा रहे कार्यों की जानकारी संबंधित ग्राम प्रधानों को दी जाए जिससे वे जागरूक रहकर सहयोग कर सकें। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर कूलर, टायर, गमले, फ्रिज की ट्रे जैसे मच्छर प्रजनन स्रोतों की जांच करेंगी। जनवरी से अब तक 195 घरों में मच्छरों की ब्रीडिंग पाई गई है, जिनमें से 73 लोगों का चालान किया गया है और शेष को चेतावनी दी गई।

 

जिलाधिकारी ने कहा कि अभियान का शुभारंभ 1 जुलाई को मकसूदाबाद से किया जाएगा। पहले सप्ताह में सभी विभागीय अधिकारी स्वयं फील्ड भ्रमण कर कार्यों की समीक्षा करें और खराब कार्य करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही सुनिश्चित करें। पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि पशुपालकों को मच्छरजनित बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करें। जिला कार्यक्रम अधिकारी, आशा और एएनएम को सक्रिय करते हुए उनके दैनिक कार्यों की समीक्षा सुनिश्चित करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और डीपीआरओ को निर्देशित किया गया कि विद्यालय परिसरों में झाड़ियों की कटाई, जलभराव की स्थिति की निगरानी और सफाई कार्य कराएं तथा उसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

 

नगर निगम, ग्राम विकास और पंचायती राज विभाग को जलभराव, नाली जाम और गंदगी की स्थिति पर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा गया। हॉटस्पॉट क्षेत्रों, घनी आबादी और मलिन बस्तियों में फॉगिंग, एंटी लार्वा छिड़काव तथा जनजागरूकता का कार्य प्राथमिकता पर किया जाएगा। दस्तक अभियान में सभी विभागों के फ्रंटलाइन वर्कर्स लोगों को घर-घर जाकर संक्रामक रोगों से बचाव के उपाय बताएंगे। शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में जनजागरूकता गतिविधियाँ कराई जाएंगी। खाद्य विभाग को निर्देशित किया गया कि जनपद के रेस्टोरेंट, मिठाई दुकानों और स्ट्रीट फूड की गुणवत्ता की नियमित जांच की जाए ताकि फूड पॉयजनिंग से बचाव हो सके। ब्लॉक स्तर पर होने वाली सभी बैठकों और प्रशिक्षणों में सभी अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। दस्तक अभियान के अंतर्गत आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा काउंसलिंग को प्रभावशाली ढंग से कराया जाए तथा सीएचसी और पीएचसी स्तर पर ही डेंगू आदि रोगों से ग्रसित मरीजों को तत्काल उपचार मिले। नागरिक 18001805145 टॉल फ्री नंबर से संचारी रोगों के संबन्ध में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. उदयभान ने बताया कि एडीज और एनाफिलीज मच्छरों के पनपने से रोकने के लिए जनजागरूकता ही सबसे कारगर उपाय है। वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम हेतु तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विभागीय कर्मियों को दिशा-निर्देश भेजे जा चुके हैं। समस्त कार्यों की जानकारी ई-कवच पोर्टल पर फीड की जाएगी तथा परिवार के सभी सदस्यों की आभा आईडी भी तैयार की जाएगी।

 

 

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. उदयभान, समस्त अपर व उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक, ब्लॉक स्तरीय अधिकारी, सीडीपीओ, बायोलॉजिस्ट सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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