*राजस्थान लौट रही बस हुई दुर्घटनाग्रस्त, डीएम ने कराई वैकल्पिक बस की व्यवस्था, यात्री हुए सकुशल रवाना*
*डीएम बूंदी ने त्वरित सहयोग के लिए जिला प्रशासन कानपुर का जताया आभार*
*यात्रियों ने भी त्वरित सहायता के लिए डीएम कानपुर का जताया आभार*
कानपुर नगर, 3 जुलाई 2025
गुरुवार सुबह कानपुर नगर में उस समय हलचल मच गई जब एक यात्री बस अचानक हाईवे पर डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। राजस्थान के बूंदी से चली यह बस नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर और प्रयागराज होकर वापस लौट रही थी। हादसे के वक्त बस में 42 यात्री सवार थे। जैसे ही घटना की जानकारी जिलाधिकारी कानपुर श्री जितेन्द्र प्रताप सिंह को मिली, उन्होंने बिना समय गंवाए पूरी प्रशासनिक मशीनरी को सक्रिय कर दिया। न केवल घायलों को अस्पताल भिजवाया गया, बल्कि सभी यात्रियों को हर संभव सहायता पहुंचाकर सुरक्षित गंतव्य की ओर रवाना भी किया गया। प्रशासन की इस त्वरित और संवेदनशील कार्यवाही की हर ओर सराहना हो रही है।
एआरटीओ प्रवर्तन कहकशां ने बताया कि बस संख्या MP70ZB9876 के ड्राइवर को अचानक नींद आ जाने के कारण बस हाईवे पर डिवाइडर से टकरा गई, जिससे उसका टायर फट गया। सौभाग्यवश किसी को गंभीर चोट नहीं आई, लेकिन चालक और परिचालक को हल्की चोटें आईं जिन्हें पीआरवी 4707 द्वारा तत्काल एंबुलेंस से काशीराम अस्पताल रामादेवी भिजवाया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही बूंदी ज़िले के जिलाधिकारी अक्षय गोदारा ने कानपुर नगर के जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह से संपर्क किया। डीएम कानपुर ने तत्काल स्थिति को गंभीरता से लिया और एडीएम सिटी सहित प्रशासनिक अधिकारियों की टीम को मौके पर भेजा।
घटनास्थल पर जिला प्रशासन ने न केवल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की, बल्कि मानवीय आधार पर हर आवश्यक सुविधा भी उपलब्ध कराई। यात्रियों को नाश्ता-पानी उपलब्ध कराया गया और वैकल्पिक बस की व्यवस्था कर उन्हें गंतव्य की ओर रवाना किया गया। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह स्वयं पूरे घटनाक्रम पर निगरानी बनाए रहे और पल-पल की रिपोर्ट लेते रहे।
प्रभावित यात्रियों ने प्रशासन की तत्परता और सहृदयता के लिए जिलाधिकारी का आभार जताते हुए कहा कि अनजाने शहर में ऐसी मदद मिलना बेहद सुखद और आश्वस्त करने वाला अनुभव रहा।
बूंदी के जिलाधिकारी ने भी फोन कर कानपुर प्रशासन के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया।
प्रकरण के संबन्ध में जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि दोनों जनपदों के जिला प्रशासन ने आपसी समन्वय स्थापित कर यात्रियों की मदद की। यात्रियों के लिए वैकल्पिक बस की व्यवस्था कर उन्हें सकुशल गंतव्य की ओर रवाना कर दिया गया है। यात्रियों की मदद करना केवल प्रशासनिक कर्तव्य नहीं, बल्कि हमारी नैतिक ज़िम्मेदारी भी है।