कानपुर
कानपुर के जिलाधिकारी (DM) जितेंद्र प्रताप सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) बिधनू का औचक निरीक्षण किया, जहाँ उन्हें कई गंभीर अनियमितताएँ मिलीं। निरीक्षण के दौरान 5 डॉक्टरों सहित कुल 33 स्वास्थ्यकर्मी अनुपस्थित पाए गए। DM ने ओपीडी काउंटर पर सत्यम नाम के एक निजी व्यक्ति को पर्ची बनाते हुए पकड़ा, जो अपनी आशा कार्यकर्ता माँ के स्थान पर और वार्डबॉय अनुपम के मित्र के रूप में ड्यूटी कर रहा था। सत्यम ने बताया कि वह एक निजी अस्पताल में काम कर चुका है और सीएचसी में उसकी कोई तैनाती नहीं है। इस पर DM ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निजी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई और सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया।निरीक्षण में यह भी सामने आया कि उपस्थिति पंजिका का पर्यवेक्षण नियमित रूप से नहीं हो रहा था। इसके अतिरिक्त, चिकित्सकों के कक्ष के बाहर पुराने डॉक्टरों के नाम लिखे मिले, जिस पर DM ने वर्तमान में तैनात चिकित्सकों के नेम प्लेट लगाने के निर्देश दिए।पैथोलॉजी और अन्य ओपीडी का भी निरीक्षण किया गया। DM ने पाया कि आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का विवरण संजीवनी पोर्टल पर दर्ज नहीं किया जा रहा था, जिसे नियमों का उल्लंघन बताया गया। DM ने मरीजों और उनके तीमारदारों से भी बात कर स्वास्थ्य सुविधाओं और दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ली।जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि जनस्वास्थ्य से जुड़ी सेवाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।