कानपुर। शिक्षक नेता राहुल मिश्रा जी ने बताया कि यहां विद्यालय में सारी व्यवस्था अस्त-व्यस्त चल रही है। प्रधानाचार्य का सब कार्य प्रबंधक देखते हैं और प्रबंधन के कार्य कौन देख रहा है यह पता नहीं अथवा वे वर्षों से विलंबित हैं।
शिक्षक नेता ने आरोप लगाया कि उन सबको वेतन भी नहीं मिल रहा और कई तरह के घोटाले भी चल रहे हैं जिनमें विधिक प्रणाली से अधिक पैसा लिया जाता है। इनका कहना है कि लाखों रुपए के एरियर वर्षों से लंबित हैं जिनमें हस्ताक्षर करने का भी समय प्रबंधक जी के पास नहीं रहता। शिक्षक नेता ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था को पूरी तरह से प्रबंधक जी ने बंधक बना लिया है और विद्यालय के प्रधानाचार्य से कठपुतली जैसे काम ले रहे हैं।
इनका कहना है कि जो विद्यालय अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है और अब तक दो पारियों में चलता था, उसे अब एक पारी में कर दिया गया है और कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर एक एक कक्षा में 80 से 90 छात्र भर्ती किए जा रहे हैं।
शिक्षक नेता ने कहा कि चूंकि प्रधानाचार्य जी सेवानिवृत्त होने वाले हैं, इस बात का लाभ उठाते हुए उन्हें कई तरीकों से दबाया भी जाता है। इन्होंने कहा कि कोई सकारात्मक निर्णय नहीं होने की स्थिति में यह लोग आंदोलनरत रहेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे। इनका कहना था कि कल डीआईओएस और एसीएम ने आज़ आने के लिए कहा था, आज़ डीआईओएस आए थे पर समयाभाव के चलते जल्दी ही चले गए, अभी पुनः आएंगे।
शिक्षक नेता राहुल मिश्रा ने कहा कि डीआईओएस की बैठक से भी यदि कोई निर्णय नहीं निकलता तो वे यहीं विद्यालय परिसर में रहकर आंदोलित रहेंगे।
