कानपुर
कानपुर में अनोखा प्रदर्शन। जर्जर सड़क से परेशान ‘भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान’ सड़क पर उतरे
कानपुर में रामलीला पात्रों ने किया नगर निगम के खिलाफ अनोखा प्रदर्शन
75 वर्षों की रामलीला पर संकट
48 घंटे में सड़क नहीं बनी तो मंचन बंद करने की चेतावनी
जर्जर सड़क को लेकर फूटा रामलीला कमेटी का गुस्सा, प्रतीकात्मक भगवानों ने संभाला मोर्चा
उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला, जहां श्री दुर्गा सार्वजनिक रामलीला नवयुवक कमेटी के सदस्यों ने नगर निगम की उदासीनता के खिलाफ भगवान का ही सहारा ले लिया। श्याम नगर टटियन स्थित रामलीला मैदान की ओर जाने वाली सड़क की जर्जर हालत से त्रस्त होकर, कमेटी ने प्रतीकात्मक रूप से भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान को ही सड़क पर उतार दिया। इस अनोखे प्रदर्शन के दौरान नगर आयुक्त व नगर निगम मुर्दाबाद के नारे भी लगाए गए।
कमेटी के संरक्षक व पूर्व पार्षद राजीव सेतिया और संयोजक गौरव सेतिया ने बताया कि यह रामलीला पिछले 75 वर्षों से लगातार आयोजित की जा रही है। इस वर्ष भी मंचन शुरू होने से पहले नगर आयुक्त सहित नगर निगम के कई अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर सड़क की दयनीय स्थिति से अवगत कराया था। इसके बावजूद नगर निगम प्रशासन ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।
विगत चार दिनों से रामलीला का मंचन जारी है। लेकिन सड़क की खस्ता हालत के कारण यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क इतनी खराब है कि रोजाना वाहन चालक गिरकर घायल हो रहे हैं। इसी दुर्दशा के कारण पिछले चार दिनों से प्रस्तावित प्रभु श्री राम की झांकी भी नहीं निकाली जा सकी है।
कमेटी के सदस्यों ने चेतावनी दी है कि यदि अगले 48 घंटों के भीतर सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया, तो वह रामलीला का मंचन बंद करने के लिए विवश हो जाएंगे। साथ ही कहा कि यह क्षेत्र का मुख्य मार्ग है और इसकी जर्जरता के कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है, जिसके चलते कई लोगों ने इस रास्ते का उपयोग करना ही छोड़ दिया है।
अब देखना यह है कि क्या ‘भगवान’ के सड़क पर उतरने के बाद कुंभकर्णी नींद में सोए नगर निगम के अधिकारी जागते हैं या नहीं।
