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*महिला शिक्षा मण्डल, कानपुर का 77वां वार्षिक अधिवेशन 26 से 30 अक्टूबर को*

 

 

कानपुर, 25 अक्टूबर। महिला शिक्षा मण्डल, कानपुर का 77वां वार्षिक अधिवेशन 26 अक्टूबर से 30 अक्टूबर, 2025 तक राजस्थान भवन, कराचीखाना, कानपुर में आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी संस्था की संचालिका सुश्री सीता देवी ने आज यहाँ आयोजित एक प्रेस वार्ता में दी।

 

उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम संस्था की संस्थापिका ब्रह्मलीन गायत्री देवी की प्रेरणा से आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान विश्व शांति के लिए ‘श्री गीता ज्ञान यज्ञ’ का आयोजन किया जाएगा, जिसका नेतृत्व यज्ञाचार्य पंडित आनंद कुमार गौड़ करेंगे। साथ ही, संगीतमयी ‘श्रीराम कथामृत वर्षा’ का वाचन कथा व्यास पंडित दीपक कृष्ण जी महाराज, वृन्दावन द्वारा किया जाएगा।

 

कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन, ध्वजारोहण, गीता पाठ और सत्संग के साथ होगा। इस अवसर पर ‘श्रीमद्भगवद्गीता में समतत्व’ विषय पर एक विशेषांक पत्रिका का विमोचन भी किया जाएगा। छोटे-छोटे बच्चों द्वारा गीता पर आधारित नाटकों की प्रस्तुति भी दी जाएगी।

 

प्रेस वार्ता में यह भी बताया गया कि कार्यक्रम में कई प्रमुख संत-महात्माओं के उपस्थित रहने की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इनमें स्वामी नारायणानंद (इंदौर), स्वामी हरिकृष्णानंद (वृन्दावन), स्वामी जगदीश्वरानंद (वृन्दावन), स्वामी अमरानंद (भोपाल), स्वामी मंगलानंद (ऐर), स्वामी वासुदेवानंद (झांसी), स्वामी गोविन्दानंद एवं स्वामी उमेशानंद (अयोध्या), स्वामी ब्रजानंद (हमीरपुर), स्वामी धर्मेन्द्रानंद (जालौन), सुश्री उषा खरे (घाटमपुर), स्वामी शिवस्वरुपानंद और बाल योगी अरुण चैतन्य पुरी तथा श्री गोल्डन बाबा ‘मनोजानंद’ (कानपुर) प्रमुख हैं।

 

कार्यक्रम के अंतिम दिन 30 अक्टूबर को प्रसाद वितरण श्रीमती मंजू एवं श्री राम अग्रवाल (क्वालिटी स्टील), श्रीमती सुनीता अग्रवाल एवं श्री राधाकृष्ण अग्रवाल आदि के सौजन्य से किया जाएगा।

 

माननीय सतीश महाना, अध्यक्ष उत्तर प्रदेश विधानसभा ने ‘अनुभूति’ पत्रिका के विमोचन की सहमति दी है, जबकि माननीय अमिताभ बाजपेई, विधायक ने कलश यात्रा के शुभारंभ की सहमति प्रदान की है। यह कलश यात्रा महिला शिक्षा मण्डल आश्रम से कथा स्थल तक निकाली जाएगी।

 

संचालिका ने बताया कि यह प्रदेश की एकमात्र ऐसी महिला संस्था है, जो पिछले 76 वर्षों से महिलाओं के उत्थान, विकास, आध्यात्मिक एवं संस्कारिक विकास के लिए निरंतर कार्यरत है।

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