कानपुर

कुशाग्र हत्याकांड: गवाह से जिरह के लिए न्यायालय ने अधिवक्ता नियुक्त किया, अगली सुनवाई 1 नवंबर को

कानपुर। थाना रायपुरवा क्षेत्र के चर्चित कुशाग्र हत्याकांड की सुनवाई के दौरान गुरुवार को न्यायालय ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए मुख्य गवाह से जिरह के लिए एक अधिवक्ता की नियुक्ति की। यह कार्रवाई तब हुई जब आरोपी रचिता वत्स के वकील लगातार दो तारीखों पर जिरह के लिए न्यायालय नहीं पहुंचे।

इस स्थिति में, न्यायालय ने डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी (DLSA) के माध्यम से अधिवक्ता राजेश्वर तिवारी को मुख्य गवाह राजेंद्र (गार्ड) से जिरह करने के लिए नियुक्त किया। नियुक्त अधिवक्ता ने अदालत में मौजूद मुख्य गवाह से अपनी जिरह पूरी कर ली है।

अब अभियोजन पक्ष आगे की सुनवाई के लिए अन्य गवाह न्यायालय में पेश करेगा और मामले को आगे बढ़ाएगा। आज की कार्यवाही के बाद न्यायालय ने इस मामले की अगली सुनवाई 1 नवंबर की तय की है।

न्यायालय ने इस मौके पर अपना असंतोष जताया कि आरोपियों के अधिवक्ताओं द्वारा पर्याप्त अवसर दिए जाने के बावजूद मामला लगातार विलंबित किया जा रहा है। न्यायालय का प्रयास है कि सभी पक्षों को पर्याप्त मौका देते हुए मामले की सुनवाई शीघ्रता से पूरी की जाए और एक न्यायसंगत फैसला सुनाया जाए। इससे न्यायालय की शुचिता और आम जनमानस की अदालतों में बनी आस्था बरकरार रहेगी।

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