पटेल न होते तो भारत का मानचित्र कुछ और होता – सलिल विश्नोई
कानपुर।”स्वतंत्रता के बाद अंग्रेज भारत को खंड-खंड होने के लिए छोड़ गए थे। 550 से ज्यादा रियासतों को कम समय में एक कर सरदार पटेल ने भारत के मानचित्र को बनाने का काम किया। अगर वे न होते तो आज देश का मानचित्र कुछ और होता।” ये बातें राष्ट्रीय एकता दिवस के मौके पर सचान चौराहे पर भाजपा दक्षिण जिला इकाई द्वारा आयोजित रन फॉर यूनिटी के शुभारंभ के मौके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं विधान परिषद सदस्य सलिल विश्नोई ने कहीं।
इससे पहले उन्होंने महापौर प्रमिला पांडेय, दक्षिण जिलाध्यक्ष शिवराम सिंह, विधायक महेश त्रिवेदी के साथ पटेल चौक पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें याद ।
मुख्य अतिथि सलिल विश्नोई ने तिरंगे गुब्बारे उड़ाकर भाजपा दक्षिण जिले में एकता दौड़ को रवाना किया। बड़े बड़े तिरंगे झंडों के साथ देश भक्ति से सराबोर माहौल में सैकड़ों भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं ने शहरवासियों के साथ दीप सिनेमा तिराहे तक दौड़ लगाई। रन फॉर यूनिटी में आगे आगे तिरंगे झंडे लिए चलर हे पांच सौ से अधिक भारत स्काउट गाइड और राष्ट्रीय कैडेट कॉप्स (एनसीसी) के बच्चे प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहे। इसके अलावा भाजपा दक्षिण जिले के सभी बूथों पर सरदार पटेल की जयंती मनाई गई।
इस मौके पर सलिल विश्नोई ने कहा कि राष्ट्र के प्रति सरदार पटेल के कर्तव्य पारायणता और लोहे जैसे इरादों का परिणाम है कि भारत 79 वर्ष के बाद भी दुनिया के सामने सम्मान के साथ खड़ा है । उन्होंने कहा कि कश्मीर से लेकर लक्ष्य दीप तक फैले देश को एक करने में उनका बहुत बड़ा योगदान है और देश इस ऋण को कभी चुका नहीं सकेगा। 15 अगस्त 2047 तक देश दुनिया में सर्वप्रथम होगा। ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प लेना है, कि देश की आज़ादी की सौवीं वर्षगांठ के अवसर पर हम हर क्षेत्र में प्रथम स्थान पर हो। विश्नोई ने कहा कि आइए हम सब मिलकर अगले वर्षों में भारत को सर्वप्रथम पर लाने का संकल्प लें और सरदार पटेल के सपने को साकार करने के लिए समर्पित होकर काम करें। इसके पर मौजूद सभी लोगों को उन्होंने एकता की शपथ भी दिलाई।
प्रमुख रूप से स्वप्निल वरुण, रघुनंदन भदौरिया, जसविंदर सिंह,प्रकाश वीर आर्य,कौशल किशोर दीक्षित,जय प्रकाश कुशवाहा, राम बहादुर यादव, गणेश शुक्ला, मनीष त्रिपाठी, दीपू पासवान आदि मौजूद रहे।
