*एसडीएम नर्वल ने की जांच, तीन उर्वरक बिक्री केंद्रों को नोटिस*
कानपुर नगर।
एसडीएम नर्वल विवेक मिश्रा ने जिलाधिकारी के निर्देश पर गुरुवार को निजी उर्वरक बिक्री केन्द्रों पर की गई बृहद छापेमारी में अनियमितता पाए जाने पर तीन विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। अभियान में अपर जिला कृषि अधिकारी की टीम ने कई दुकानों का आकस्मिक निरीक्षण किया और स्टॉक, बिक्री रजिस्टर तथा पी.ओ.एस. मशीन के आंकड़ों का गहन मिलान किया।
सरसौल स्थित मेसर्स परिहार खाद भण्डार में 4.65 मीट्रिक टन डी.ए.पी. तथा 12 मीट्रिक टन एन.पी.के.एस. उर्वरक का स्टॉक तो मिला, लेकिन बिक्री रजिस्टर निरीक्षण के लिए उपलब्ध नहीं कराया गया। इस पर एसडीएम ने विक्रेता को कारण बताओ नोटिस निर्गत करने के निर्देश दिए।
नर्वल स्थित मेसर्स श्रीराम खाद भण्डार में 1600 बैग यूरिया का स्टॉक पाया गया। किसानों से दूरभाष पर सम्पर्क करने पर यह सामने आया कि एक बैग यूरिया के साथ जबरन सल्फर का पैकेट देकर कुल 450 रुपये वसूले गए। इस गम्भीर अनियमितता पर दुकान संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए स्पष्ट चेतावनी दी गई कि सुधार न होने की स्थिति में लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।
मेसर्स भगवती कृषि सेवा केन्द्र में 210 बैग यूरिया भौतिक रूप से मिले, जबकि पी.ओ.एस. मशीन पर 380 बैग प्रदर्शित हो रहे थे। दुकान पर रेट/स्टॉक बोर्ड भी अद्यतन नहीं था। स्टॉक में अन्तर और बोर्ड अद्यतन न होने पर एसडीएम ने विक्रेता को नोटिस जारी कर कड़ी चेतावनी दी है कि दोहराव की स्थिति में लाइसेंस रद्द किया जाएगा।
अभियान के दौरान मेसर्स जय मां नन्दा देवी खाद भण्डार तिलसहरी बुजुर्ग में 64.58 मीट्रिक टन, कृषि रक्षा केन्द्र नर्वल में 10.98 मीट्रिक टन, रोहित खाद भण्डार पाली में 23.36 मीट्रिक टन तथा शुक्ला खाद भण्डार पूरनपुर में 12.42 मीट्रिक टन यूरिया उपलब्ध पाया गया। अधिकारियों ने इन केन्द्रों के स्टॉक का भी मिलान कर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
एसडीएम विवेक मिश्रा ने कहा कि किसानों का शोषण, उर्वरकों की कालाबाजारी और कृत्रिम संकट पैदा करने की कोशिशें किसी भी दशा में सहन नहीं की जाएँगी। अपर जिला कृषि अधिकारी को उर्वरक बिक्री केन्द्रों की दैनिक निगरानी सुनिश्चित करने तथा अनियमितता मिलने पर तत्काल कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
