*रति आई सेंटर मिशन कंपाउंड में आज अंधे मरीजों को फ्री में चिकित्सा और फ्री लेंस फिट करके 11 अंधे मरीजों को फिर से रोशनी दी गई* ।

इनमें से एक मरीज भगवानदास तो ऐसा है जिसको पिछले 5 सालों से रोशनी देखने को नहीं मिली । उसकी एक आंख तो बचपन से ही खराब हो गई थी और दूसरी आंख में मोतियाबिंद के कारण 5 साल पहले रोशनी चली गई थी उसने झांसी और दतिया ग्वालियर सोनागिर के सभी बड़े अस्पतालों में जाकर मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाने की कोशिश की किंतु आंख में मोतियाबिंद के अलावा और भी खराबी होने के कारण किसी ने उसका ऑपरेशन करने की हिम्मत नहीं जुटाई ।

11 अप्रैल को जब वह मरीज डॉक्टर एमसी अग्रवाल के पास आया और अपना कष्ट बताया तो डॉक्टर अग्रवाल ने उसे ऑपरेशन करके रोशनी वापस दिलाने का वचन दिया। 15 अप्रैल को तेज गर्मी होने के बावजूद उसकी आंख का फेको द्वारा ऑपरेशन किया और फ्री लेंस फिट किया 1 दिन अस्पताल में रखने के बाद आवश्यक दवाएं और चश्मा देकर उसको घर भेजा। 5 साल से वह अंधा मरीज आज बिना सहारे के अपने आप पैदल चलकर गांव से रति आई हॉस्पिटल पहुंचा तो सब की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा बाकी 10 मरीज भी जिनकी दोनों आंखों में पका मोतियाबिंद था उनको भी लेंस फिट होने से बहुत अच्छा दिख रहा है और बे अपना काम स्वतंत्र रूप से करने में सक्षम हो गए हैं ।

साधारणत गर्मियों में फ्री आई कैंप और ऑपरेशन नहीं किए जाते हैं फिर भी मरीजों की मजबूरी देखते हुए डॉ अग्रवाल ने रती आई हॉस्पिटल में 11 मरीजों को 15 अप्रैल को ऑपरेशन करके अंधेपन से मुक्ति दिलाई । मरीजों और उनके रिश्तेदारों की खुशियों का कोई ठिकाना नहीं है। इस अवसर पर रोटरी क्लब के प्रेसिडेंट डॉक्टर के केजी द्विवेदी ने मरीजों की ओर से रती आई हॉस्पिटल और उसके स्टाफ का बहुत-बहुत धन्यवाद व्यक्ति और डॉ मेजर अग्रवाल से इसी तरह बेसहारा और अंधे मरीजों को आगे भी फ् सेवाएं देने के लिए प्रेरित किया।

भानू सहाय

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