उत्तर प्रदेश पुलिस का नाम जिस तरह से त्वरित कार्रवाई में अव्वल दर्जा बनाने का सफल प्रयास करता है तो उसे अपने लक्ष्य की प्राप्ति होती है लेकिन कुछ लचर कार्यप्रणालियों की शिकायतें या फिर किसी फरियादी का आरोप विभाग की इस सफलता को धूमिल करने का काम करता है। कुछ ऐसा ही एक प्रकरण कानपुर में देखने को मिल रहा है। जहां एक भाई पहले तो यह सिद्ध करने में दिन और रात एक कर देता है कि उसकी बहन की हत्या उसके पति ने ही की है। जिसके चलते विभाग के आला अधिकारियों के निर्देश पर एफआईआर तो दर्ज कर ली जाती है लेकिन अब तक ठोस कार्रवाई का न होना आरोप लगने के बराबर हो रहा है जिसकी शिकायत पीड़ित भाई ने पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार जी से की है।कन्नौज जिले के ग्राम गुगरापुर के रहने वाले रजनीश शुक्ला ने एक शिकायती पत्र देते हुए पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाई है कि कानपुर गुजैनी थाना प्रभारी विनय तिवारी द्वारा उसकी बहन के हत्यारोपी पीटीआई को गिरफ़्तारी करने का कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं और न ही उन्हें इस संबंध में किसी प्रकार का कोई स्पष्ट जवाब दिया जा रहा है जिससे उन्हें कार्रवाई के प्रति आश्वासित होना पड़े। रजनीश के अनुसार गुजैनी प्रभारी उन्हें थाने से चले जाने को कहते हैं।रजनीश का आरोप है कि उनकी बहन अंजना अंजना के पति अवनीश त्रिपाठी ने अपनी भाभी सुनीता के साथ षड्यंत्र रचते हुए घर की छत से नीचे फेंक दिया था। वाकया बीते वर्ष की 26 दिसंबर का है। जिसकी खबर मिलते ही वह और पूरा परिवार कानपुर आया हुआ था। जहां गुजैनी थाने में प्रभारी महोदय के समक्ष एक प्रार्थना पत्र को देते हुए हत्या किये जाने की आशंका जताई गई थी। जिसको लेकर प्रभारी विनय तिवारी ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इन्तजार करने को कहा और कार्रवाई नहीं कि फिर अगले दिन जब पीएम रिपोर्ट आई तो फिर हत्या की एफआईआर को नहीं दर्ज किया गया। जिसकी शिकायत जब अधिकारियों से की गई तब जाकर 302 की एफआईआर दर्ज करते हुए आरोपी पति को हत्या का आरोपी बनाया गया।रजनीश ने जो प्रार्थना पत्र पुलिस आयुक्त अखिल कुमार जी को दिया है उसमे सीधे गुजैनी थाना प्रभारी विनय तिवारी पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाया है। जिसके चलते रजनीश का कहना है कि जांच के आदेश का आश्वासन दिया गया है।बहन के हत्यारोपी पति की गिरफ़्तारी की गुहार के संबंध में रजनीश कहता है कि अगर उसे न्याय न मिला तो वह अब 22 तारीख के बाद प्रदेश के मुख़्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी के सामने अपनी बात रखकर न्याय की गुहार लगाएगा। जिसके चलते रजनीश कानपुर में अपने रिश्तेदार के यहां रूककर इन्तजार कर रहा है कि शायद पुलिस कमिश्नर महोदय को दिए गए प्रार्थना पत्र से ही उसे न्याय मिल जाये।

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