कानपुर
आगामी 22 जनवरी भारत वासियों के लिए जहा स्वर्ण दिन साबित हो रहा है कारण अयोध्या धाम में मर्यादा पुरषोत्तम श्रीराम की मूर्ति का लोकार्पण वही देश दूसरे मर्यादा युग पुरुष मिसाइल में डाक्टर अब्दुल कलाम की भव्य मूर्ति का लोकार्पण कानपुर के डीएमएसआरडी में सचिव रक्षा अनुसंधान डाक्टर समीर वी कामता के हाथो से किया जाएगा साथ ही एक नए डीएमएसआरडी भवन का उद्घाटन किया जायेगा जिसमे रक्षा से संबंधित नए आविष्कार किए जायेंगे वार्ता के दौरान निदेशक वैज्ञानिक डाक्टर मयंक द्रिवेदी बताए की डीएमएसआरडी रक्षा संस्थान ने देश के सैनिकों के जीवन रक्षा के उपकरण बनाती है।इस समय कई अविष्कार किए गए जो देश के लिए लाभ करी होंगे।
डीएमएसआरडी निर्देशक ने यह भी बताया की रक्षा वैज्ञानिकों ने ब्रह्मोस मिसाइल के लिए नए फ्यूल का अविष्कार किया है जो माइनस 40,50 डिग्री में अधिक मारक क्षमता से काम करेगा सैनिकों के लिए एलटी राइट शूट का अविष्कार किया है जिसमे दुश्मनों द्वारा चलाई गोलियों से बचाओ करेगी।
लाइलोन फाइबर पर काम चल रहा है।साथ ही माइंस से सैनिकों को होने वाले नुकसान से बचाओ के लिए सेना को हाईटेक शूज बनाए है। जो माइनस के ब्लास्ट में एंटी माइन जूते का अविष्कार किया गया है जिसका वजन महज एक किलो 250 ग्राम का है।जी बारूदी सुरंगों से सेना के जवानी को बचाएगी पहले देश में अमेरिका से आने वाला फाइबर का भी डीएमएसआरडी के वैज्ञानिकों ने अविष्कार किया है जो डिफेंस के साथ कमर्शियल में भी प्रयोग होगा। डीएमएसआरडी कई उपकरण सेना को उपलब्ध करा दिए गए है और बाकी में काम चल है जो बहुत जल्द सेना को सुपुर्द किया जाएगा।
डीएमएसआरडी के निदेशक मयंक द्रवेदी का यह भी कहना था की जिस तरह से मर्यादा पुरषोत्तम श्रीराम मानव जाति के लिए एक प्रेरणा थे उसी प्रकार सैनिकों और रक्षा वैज्ञानिकों के लिए डाक्टर एपीजे अब्दुल कलाम प्रेरणा के श्रोत है इसी लिए अयोध्या में प्रभू श्रीराम की मूर्ति का लोकार्पण होगा उसके एक पहले एपीजे अब्दुल कलाम साहब की मूर्ति का अनावरण डीएमएसआरडी के गेट पर किया जाए।
बाइट डाक्टर मयंक द्रवेदी डीएमएसआरडी निदेशक कानपुर