कानपुर
गोविन्द नगर पुलिस की लापरवाही, लापता छात्रों का मैसेज आने के बाद दर्ज की रिपोर्ट
बुधवार से लापता थे बेटे, परिजन थाने के काट रहे थे चक्कर, गोविन्द नगर पुलिस ने नही की कोई कार्यवाही
शनिवार को मोबाइल पर मैसेज आने के बाद गोविंद नगर पुसिल ने अपहरण की धारा में दर्ज की रिपोर्ट
कानपुर नगर, कई बार ऐसे मामले देखने को मिले है, जिसमें पुलिस की लापरवाही पाई गयी। समय रहते आखिर पुलिस सक्रीय क्यो नही होती है। बात किसी खास की हो तो बात अलग है लेकिन आम आदमी के लिए पुलिस का ढुलमुल रवैया पहले ही जैसा है। एक और मामले में गोविन्द नगर पुलिस की बडी लापरवाही सामने आई है, जिसका खामयाजा शायद पीडित परिवार को उठाना पडे, भगवान न करे कि परिजनों के साथ कोई अप्रिय घटना घटे लेकिन पुलिस की यह लापरवाही भरी कार्यवाई यूपी की सख्य और न्यायप्रिय सरकार के मंसूबो पर कहीं न कहीं पानी फेरती नजर आती है।
बता दें कि शिवनाथ यादव अपनी पत्नी निर्मला यादव, 15 वर्षीय पुत्र दीपाकंर तथा दो बेटियों के साथ गोविन्द नगर के सी ब्लाूक में एककिराएके मकान में रह रहे है। बताया जाता है कि िवह मूलरूप से इटावा के रहने वाले है। शिवनाथ पानीपत स्थित एक कमपनी में कार्यरत है। इसके अलावा कानपुर देहात के सिकंदरा राजपुर के रहने वाले किसान संजय कटियार भी अपनी पत्नी तथा 15 वर्षीय पुत्र साहित व एक बेटी के साथ गुजैनी के पिपौरी में बीते दो वर्षो से रहते है। दोनो की परिवार के बेटे साहित व दीपाकंर वीरेन्द्र स्वरूप स्कूल में कक्षा 10 में पढते है। बताया जाता है कि वह रोज की ही तरह स्कूल के लिए घर से निकले थे लेकिन शाम देर तक घर वापस नही आये तो उनकी तलाश शुरू की गयी। रिश्तेदारों तथा कई स्थानों पर पता करने के बाद भी दोनो का पता नही चल सकता तो संजय ने गुजैनी थाने में शिकायत की। शहनवार की सुबह दीपांकर की बहन निकिता के मोबाइल व्हाट्सप पर मैसेज आया कि बेटे को जिंदा चाहते हो तो दो लाख रूपये भेज दो, जिसके बाद परिजना घबरा गये। दीपांकर की मां निर्मला का कहना है कि बुधवार से उनका बेटा लापता है और उसकी जानकारी थाने को दी, कई बार चक्कर भी काटे लेकिन पुलिस ने समय पर कोई कार्यवाही नही की। शनिवार को जब बहन के मोबाइल पर मैसेज आया तब गोविंद नगर पुलिस ने अपहरण की धारा में रिपोर्ट दर्ज की। एडीसीपी अंकिता शर्मा ने कहा कि फिरौती का मैसेज इंटरनेट नम्बर से भेजा गया है।छात्रों की तलाश में सर्विलांस सहित चार टीमें तलाश के लिए जुटी हुई है।