आपदा प्रबंधन ने दिए टिप्स पैरामेडिकल छात्रों को अचानक आग से कैसे सुरक्षा दी जाए

 

 

आग तो आग है दोस्त या दुश्मन फैसला हमे करना है

 

कानपुर , अक्सर हॉस्पिटल में आग लगने की खबरें आती रहती हैं जन जागरूकता अभियान के क्रम में आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण , प्राथमिक चिकित्सा, आग सुरक्षा प्रबंधन विषय पर प्रशिक्षण और डेमो लखन शुक्ल मुख्य प्रशिक्षक आपदा प्रबंधन कानपुर द्वारा विमल ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन रमईपुर में पैरामेडिकल छात्रों को दिया गया कार्यक्रम का शुभारम्भ डॉ अजीत सिंह चेयरमैन विमला ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस ने किया समन्वय संजय मिश्रा ने किया लखन शुक्ल और प्रीति तिवारी ने बताया कि सुरक्षा उपकरणों का प्रयोग मॉक ड्रिल के माध्यम से करते रहना चाहिए जिससे उपकरणों की क्रियाशीलता पता चलती है लखन शुक्ल ने बताया किसी घटना के तीन कारण लापरवाही अज्ञानता जल्दबाजी है। शुक्ल ने बताया आग ऑक्सीजन ईंधन तथा उचित ताप के मिलने पर ही लगती है। इन तीन तत्व में किसी एक को कम या हटा दे तो आग पर काबू पाया जा सकता है साफ सफाई का सुरक्षा से गहरा सम्बन्ध है जितनी बेहतर सफाई होगी हम उतना सुरक्षित होंगे आग को बुझाने की दृस्टि से 5 भागो में बाटा गया है ए- लकड़ी कोयला कागज यानि ठोस पदार्थो की आग बी- तरल पदार्थो की आग सी -गैस की आग डी-,धातुओ की आग ई- बिजली की आग के बारे में बताते हुए फायर सिलेंडर के उपयोग की विधि का भी डैमो दिया प्रशिक्षण के दोरण बताया गया हमको अपने आवा गमन का मार्ग बाधा मुक्त रखना चाहिए श्री शुक्ल ने प्राथमिक चिकित्सा की भी जानकारी दी सीपीआर फेक्चर ब्लड श्राव को रोकना स्ट्रेक में सुधार आदि के समय तिकोनी पट्टी महत्वपूर्ण बताया स्ट्रेचर केला , मरिजो को लोडिंग , अनलोडिंग आदि के तरीके बताया इस मौके पर अजय सचान, अंशिका सिंह, रामू यादव, मनीष गोयल, कल्पना सिंह मौजूद रहे।

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