लोकसभा 2024 के चुनाव अब नजदीक है कभी भी चुनाव की घोषणा हो सकती है चुनाव से पहले पीएम मोदी ने भारत के सभी सनातनी को राम मन्दिर की सौगात दे दी थी इसी राम मंदिर की मुख्य पूजन में गर्भ गृह में पीएम,सीएम, राज्यपाल , आरएसएस प्रमुख के साथ सम्मिलित हुए महंत नृत्य गोपाल दास ने कानपुर के सरसैया घाट स्थित राम मंदिर में शिरकत करी जहां उनके साथ उनके कई सेवक व शिष्य मौजूद थे उनके एक झलक दर्शन के लिए भक्तों की कतार लगी दिखी

 

 

दरअसल सनातन सांस्कृतिक संघ सहकार-गंगा समग्र परिवार के तत्वावधान में कानपुर के सरसैया घाट स्थित राम मंदिर में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया जहां मां गंगा का पूजन,कलश यात्रा व राम मंदिर की पूजा की गयी जिसका मुख्य उद्देश्य 500 वर्षो के लंबे संघर्ष के बाद प्रभु श्री राम मंदिर निर्माण पूर्ण होने पर राष्ट्रवादी बीजेपी सरकार के लिए पूजा अर्चना करके मोदी को इस बार 400 सौ पार करके विजयी बनाने को लेकर आयोजित किया गया

 

मीडिया से बातचीत करते हुए महंत नृत्य गोपाल दास कई शिष्यो ने बताया कि राम मंदिर बन गया है अब मथुरा काशी की बारी है क्योंकि भारत के पीएम मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री है जिन्होंने हिंदू धर्म के सतानती के साथ साथ संत महंत के बारे में सोचा और एतिहासिक राम मंदिर की स्थापना कर रामलाल की प्राण प्रतिष्ठा कर दी है।

 

बात दे कि महंत नृत्य गोपाल दास श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं इससे पहले ये कृष्णभूमि ट्रस्ट के भी अध्यक्ष रहे हैं महंत नृत्य गोपाल दास मथुरा के रहने वाले हैं और इनका जन्म एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था इन्होंने मथुरा से ही अपने शिक्षा ग्रहण की है कुछ साल बाद इन्होंने अपने आप को धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में लगा लिया जिसके कारण इन्होंने घर बार छोड़ दिया और अयोध्या चले गए अयोध्या में इन्होंने महंत राम मनोहर दास द्वारा दीक्षा संस्कार की शिक्षा ग्रहण की है, जिन्होंने इन्हें संस्कृत में भी शिक्षा दी. बाद में इन्होंने वाराणसी में संस्कृत विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और ‘शास्त्री’ के रूप में स्नातक की उपाधि हासिल की. साल 1965 में अयोध्या के एक भव्य समारोह में इन्हें महंत के रूप में स्थापित किया गया जब ये केवल 27 वर्ष के ही थे इस समय उनकी उम्र लगभग 80 वर्ष की है।

 

 

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