पौधों के लिए लाभदायक और हानिकारक कीटों की दी जानकारी
कानपुर नगर, एस एन सेन बा वि पी जी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग में चल रही आठ दिवसीय व्याख्यान माला के पाँचवें दिन दलहन अनुसंधान संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ अनूप चंद्र का व्याख्यान हुआ ।
डॉ चंद्रा ने अपने व्याख्यान में पौधों के लिए लाभदायक और हानिकारक कीटों ,सीकड़ा, कैमोफ़्लेज, मेडिकल एंटोमोलॉजी , इकोलॉजिकल एंटोमोलॉजी, फॉरेंसिक एंटोमोलॉजी , बायोक्ण्ट्रोल , आई पी एम , इन्सेक्ट ग्रोथ रेगुलेटर सेमियोकेमिकल्स, फ़ेरोमों ट्राई ट्राफ़िक कंट्रोल , होस्ट प्लांट रेजिस्टेंस , नावेल इंसेक्टिसाइड आदि विषयों को अत्यंत रिच ढंग से छात्राओ को समझाया ।
इन्सेक्ट पेस्ट रिलेशन की व्याख्या करते हुए इन्सेक्ट वेक्टर के बारे में बताया जो बीमारी को रोगी से स्वस्थ पौधों में पहुँचता है तथा कुछ कीट जो पौधों को सीधे घायल कर देते हैं उनकी पहचान करवाई । उन्होंने बायोक्ण्ट्रोल के अलग अलग अवयवों की विस्तार में चर्चा करते हुए बिना केमिकल अर्थात् आर्गेनिक कृषि के बारे में बताया । साथ ही बी टी कॉटन कैसे बनाया गया यह भी समझाया।अंत में छात्राओ के प्रश्नों का निराकरण किया । सत्र का प्रारंभ डॉ चन्द्रा, रसायन शास्त्र की विभागाध्यक्ष डॉ गार्गी यादव , वनस्पति विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ प्रीति सिंह ,जंतु विज्ञान की विभागाध्यक्ष डॉ शिवांगी यादव , डॉ मीनाक्षी व्यास , डॉ शैल वाजपेयी , डॉ अमिता सिंह ने दीप प्रज्वलित करके किया।व्याख्यान में ६० छात्राओ तथा अन्य शिक्षिकाओं के अतिरिक्त श्री अवधेश ने प्रतिभाग किया