कानपुर

 

स्कैमर्स लगातार ठगी के नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं. जिस वजह से लोग एक ठगी से जागरूक होते हैं तो दूसरे तरीके से किसी ना किसी जाल में फंस जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई सेकंडो में गंवा देते हैं. ऑनलाइन जॉब्स का स्कैम आजकल तेजी से फैल रहा है, जिसमें लोगों को पार्ट टाइम जॉब के लिए अच्छे खासे पैसे ऑफर किए जाते हैं. लोग पैसों के लालच में इस झांसे में फंस जाते हैं और ऑनलाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं.

 

उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां श्याम नगर निवासी एक महिला से साइबर ठगों ने 36 लाख रुपये ऑनलाइन ठग लिए गए हैं. महिला का आरोप है कि उन्हें अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म अकाउंट व्हाट्सएप पर एक मैसेज आया था, जिसमें पार्ट टाइम जॉब करने पर प्रतिदिन 1 हजार से 5 हजार देने की बात कहीं गई थी, इसके बाद उसे टास्क पूरा करने पर रकम दोगुना करके दिया गया। रकम दोगुना होने का लालच और फंसी हुई रकम को बचाने के चक्कर में महिला ने एक के बाद एक 36 लाख रुपए का इनवेस्टमेंट कर दिया। रकम दोगुना नहीं मिलने पर महिला को ठगी का एहसास हुआ। साइबर ठगों ने उसके सभी नंबर ब्लॉक कर दिया और ग्रुप से बाहर निकाल दिया। महिला ने साइबर थाने में मामले की शिकायत की है।

चकेरी निवासी प्रखर गुप्ता की पत्नी आकांक्षा गुप्ता ने बताया कि उनके पास जॉब को लेकर एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप मैसेज आया था। मैसेज में लिखा था कि मुझे एक प्रोजेक्ट मिला है। इस प्रोजेक्ट में सहयोग के लिए मुझे लोगों की जरूरत है। प्रोजेक्ट से जुड़कर काम करने वालों को घर बैठे 1 से 5 हजार रुपए प्रतिदिन मिलेगा। आकांक्षा यह बात सुनकर शातिर ठगों के झांसे में आ गईं। सबसे पहले उन्हें एक यूट्यूब लिंक भेजकर सब्सक्राइब करने के लिए कहा गया। इसके बदले में उन्हें 300 रुपए खाते में भुगतान किया गया।इसके बाद उन्हें एक कल्याणी नाम की महिला के साथ टेलीग्राम ग्रुप पर जोड़ दिया गया। महिला आकांक्षा को टास्क देती और उसे पूरा करने पर रुपए मिलता था। एक रिचार्ज के साथ टास्क दिया जाता था, इसमें 1100 का रिचार्ज कराने पर 1530 रुपए, 3300 रुपए का रिचार्ज कराने पर 6 हजार, और 6 हजार के रिचार्ज पर 12690 रुपए मिलता था।ठगी की शिकार आकांक्षा ने बताया कि खाते में रिचार्ज पर दोगुना रकम भेजते रहे और लालच में आकर आकांक्षा साइबर ठगों के खाते में 36 लाख रुपए का इनवेस्टमेंट कर दिया। 27 अप्रैल को आकांक्षा ने खाते में रकम नहीं आने की बात पूछी तो ठगों ने बताया कि 46 लाख का 50 प्रतिशत और भेजना पड़ेगा। इसके बाद ही अकाउंट से कैश की निकासी हो पाएगी। सिर्फ ऑनलाइन रकम दोगुनी होने का दिखाई पड़ता रहा, लेकिन हकीकत में उनका अकाउंट पूरा खाली हो गया। ज्यादा पूछताछ शुरू की तो आकांक्षा को साइबर ठगों ने उन्हें सभी ग्रुपों से बाहर करके उनका मोबाइल नंबर ब्लॉक कर दिया।

पीड़ित महिला ने मामले में रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए 27 अप्रैल को ही साइबर सेल और साइबर थाने में तहरीर दी है। वही पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने मामले की जाँच डीसीपी क्राइम को सौपी है।

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