गरीबों और जरूरतमंदों के नेता थे श्याम मिश्रा
पूर्व विधायक श्याम मिश्रा जो श्याम गुरु के नाम से विख्यात थे
कानपुर, छावनी विधानसभा के पूर्व विधायक श्याम मिश्रा जो श्याम गुरु के नाम से विख्यात थे और उन्होंने आंदोलन के इतिहास लिखे संथिया कांड जो बीबीसी न्यूज़ में गूंजा था कानपुर के हर चौराहे, गली पर पुलिस के साथ अभद्रता हो रही थी क्योंकि धनकुट्टी धर्मशाला में रुकी हुई महिला के साथ पुलिस ने रेप किया, वह अपने साथ अभद्र व्यवहार की शिकायत करने कलेक्टरगंज थाने गई थी श्याम मिश्रा महिला के पक्ष में पुलिस के विरोध में खुलकर आए और जन आंदोलन चला ऐसे गरीबों और जरूरतमंदों के नेता थे श्याम मिश्रा ,श्याम मिश्रा का जब निधन हुआ तब वह कांग्रेस पार्टी में थे और मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे लेकिन दोस्ती धर्म निभाते हुए मुलायम सिंह उनके निधन पर उनके आवास पर पहुंचे क्योंकि धरतीपुत्र नाम जो आज गूंज रहा है, मुलायम सिंह का वह नाम श्याम मिश्रा ने दिया था।आज माल्यार्पण एवं सर्वदलीय गोष्ठी में संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष फजल महमूद ने कहा कि कानपुर नगर में ही नहीं प्रदेश में संघर्ष और आंदोलन की मिसाल से श्याम मिश्रा जनता के साथ रिक्शा से ही उनके लिए न्याय दिलाने के लिए थाने हो या जिलाधिकारी निवास कार्यालय वहां जा करके न्याय दिलाते थे थानेदार सुधर जाते थे। कि श्याम मिश्रा का रिक्शा आ गया, ऐसे नेता थे श्याम मिश्रा समाजसेवी धनीराम पैंथर ने कहा कि नेताओं की पाठशाला थे श्याम मिश्रा।मैंने भी उनके पास जाकर के राजनीति के कई गुरु सीखे हैं, जिनको लेकर ही मैं समाज सेवा में आगे बढ़ रहा हूं माल्यार्पण एवं गोष्ठी में प्रमुख रूप से श्याम मिश्रा स्मारक सेवा संस्थान के महामंत्री नरेंद्र सिंह (पिंटू ठाकुर), कांग्रेसी नेता राजकुमार यादव, प्रेम यादव, दिलीप यादव, सन्ने यादव, अमित मिश्रा, पप्पू शुक्ला, कन्हैया शुक्ला,बड़े मुन्ना,धर्मेंद्र दादा, मनोज सविता, शम्मी यादव, डॉक्टर रामू आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।