*विधुत विभाग जाजमऊ के जे०ई०सूरज दास पैसा लेने के बाद कार्यवाही नही करते है।*

 

*और पैसा न देने वालो पर 1 या 2 नही बल्कि 500 वाट की चोरी दर्ज कर 58 हज़ार का जुर्माना कर देते है।*

 

*जब बिजली चोरी तीन-चार घरों में पकड़ी गई तो कार्यवाही सिर्फ एक पर क्यों*

 

*क्या आपने बिजली चोरी की है चिंता मत कीजिए पैसा दीजिए जुर्माना नहीं होगा*

 

मामला जाजमऊ के बिजली विभाग का है जंहा जेई की डिमांड नही मानना गरीब को पड़ा भारी बिजली चोरी का भय दिखाकर मांगी 20000 हजार की वसूली नही देने पर बना दिया बिजली चोरी का आरोपी जबकि भस्वाडी ओमपुरवा में दिनांक 1-3-2024 को सुबह जे०ई० साहब अपनी वैध अवैध टुकड़ी के साथ ओमपुरवा के भस्वाडी में छापा मारा 3 से 5 घरो में विधुत चोरी पकड़ी गई सूत्रों के अनुसार सभी से धन की उगाही होने के बाद मामला रफा दफ़ा कर दिया गया वही 1 गरीब ई रिक्शा चालक रिक्शा चार्ज कर रहा था जे०ई०सूरज दास ने अपने संविदा कर्मियों से 20 हज़ार मांग कराई जिसके बाद पीड़ित रिक्शा चालक ने पैसे न होने की बात कही फिर जे०ई० सूरज दास ने पीड़ित को केस्को आफिस बुलाया पीड़ित अपने क्षेत्र में रहने वाले पत्रकार को साथ लेकर केस्को कार्यालय गया पत्रकार ने अपनी पहचान बताएं बिना बात करनी चाहिए तो संविदा कर्मियों को जे० ई० सूरज दास ने वसूली के लिए आगे किया अब मांग 15 हज़ार हो चुकी थी पैसे न देने की हालत में बोल गया वरना एस०डी०ओ० साहब जुर्माना बना देंगे।जिसके बाद स्थानीय पत्रकार ने पीड़ित ई रिक्शा चालक के साथ अधिशासी अभियंता से मुलाकात की पूरी जानकारी से अवगत कराया इसके बाद अधिशासी अभियंता ने प्रार्थना पत्र मांगा और आश्वासन दिया की जुर्माना नहीं लगाया जाएगा उनकी पहली गलती है माफ की जाती है बस इनका मी कमर्शियल कर दीजिए प्रार्थना पत्र में लिखित भी दिया और वहां से चले आए थोड़ी ही देर बाद जे०ई० सूरज दास ने अपने वसूली करने वाले गुर्गे से पीड़ित को फोन कराया और केसा कार्यालय बुलाया जहाँ पीड़ित से कहा कि तुम बहुत नेता नगरी कर रहे थे 58000 का जुर्माना बना दिया है इसको भर देना वरना तुम्हें जेल हो जाएगी। और अब जाओ खूब नेता गिरी करो इसके बाद पीड़ित ने जानकारी स्थानीय पत्रकारों को दी जब पत्रकारों ने जानकारी करनी चाही तो पत्रकारों को नही दिया सही जानकारी इलाके बढ़ रही है बिजली विभाग की शिकायतें अक्सर किसी न किसी के घर मे गुंडों की तरह दाखिल हो जाते हैं प्राइवेट कर्मचारी जरा सी कमी मिलते ही पहले चालू होता है वसूली का खेल जिसने पैसा दे दिया उसको शराफत का सर्टिफिकेट देकर उसको बचा लिया जाता है और जो इनके द्वारा मांगी गई वसूली की रकम नही दे पाता उसको जे०ई०महोदय बना देते है।भस्वाडी ओम पुरवा क्षेत्र के लोगों से जानकारी लेने के बाद पता चला कि पीड़ित ई रिक्शा वाले के साथ 3 घरो में भी बिजली चोरी पकड़ी गई थी उनके नाम कच इस प्रकार है रियाज़ मीटर माँ के नाम से शेरखान मीटर नाम आसमीन

आदि लोगो से पैसा लेने के बाद कोई कार्यवाही नही की ई रिक्शा चालक ने पैसे नहीं दिए तो एक दो नहीं बल्कि 500 वाट का जुर्माना लगा दिया ऐसे में ऊर्जा मंत्री और केस्को एम०डी०से सवाल है कि क्या कोई भी सरकारी कर्मचारी अपने पद पर होने का दुरुपयोग कर किसी के भी जीवन से सिर्फ पैसे ना देने पर खेल सकता है यह भ्रष्टाचार नहीं तो क्या है।

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