दिनांक 06 अप्रैल 2024 को सखी केंद्र व सखी घरेलू कामगार संघ के संयुक्त तत्वाधान में 13 ब्लॉक गोविंद नगर, आर्य समाज मंदिर में घरेलू कामगार असंगठित कामगारों के लिए सेमिनार का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का आयोजन माया कुरील जी ने किया । सेमिनार में संगठित व घरेलू कामगार सैकड़ो महिलाओं ने भागीदारी की । कार्यक्रम के प्रारंभ में सखी घरेलू कामगार संघ की अध्यक्ष प्राची त्रिपाठी जी ने एक गीत गया, “दरिया की कसम, मौजों की कसम, यह ताना-बाना बदलेगा, तू खुद को बदल, तू खुद को बदल, तभी तो जमाना बदलेगा” सभी महिलाओं ने इन गीत की लाइनों को दोहराया ।
इसके बाद सखी केंद्र की महामंत्री नीलम चतुर्वेदी जी ने अपने विचारों में कहा की आपको संगठित होना है अपने यूनियन को मजबूत करना है, 8 घंटे काम का न्यूनतम वेतन सरकार ने तय किया जोकि है 9950 । आपको इसी अनुसार अपने काम का वेतन लेना चाहिए । आप सब का काम बहुत ही महत्वपूर्ण है, अगर आप एक हफ्ते की छुट्टी ले ले तो हिंदुस्तान की गति रुक जाएगी, डॉक्टर, इंजीनियर, स्कूल टीचर, तभी अपना कार्य कर पाते हैं क्योंकि आप उनके घर के काम की जिम्मेदारी संभालती है । इसलिए आप सबको अपनी ताकत को पहचानना होगा । आप सबको संगठित होकर अपने हक व अधिकार लेने होंगे ।
सखी घरेलू कामगार संघ की अध्यक्ष प्राची त्रिपाठी जी ने महिलाओं को जानकारी दी कि सखी केंद्र की तरफ से सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दी जाएगी । आप सब को सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग जरूर लेना है जिससे आप अपने घर में बेटियों को भी सिखा सकती हैं, कैसे अपनी सुरक्षा करनी है ।
प्रभावती जी ने अपने विचारों में बताया की आप सबको संगठित जरूर होना है और अपने आसपास क्षेत्र में भी महिलाओं को अपने संगठन से जोड़ना व जागरूक करना है। जिससे आपकी ताकत मजबूत हो और आप अपनी लड़ाई लड़ सके। माया सिंह जी ने सरकार द्वारा चल रही योजनाओं के बारे में महिलाओं को जानकारी दी, कन्या सुमंगला योजना, विश्वकर्म योजना, लेबर कार्ड, आयुष्मान कार्ड, शिक्षा का अधिकार योजनाओं के बारे में जानकारी दी व कैसे इन योजनाओं का लाभ लेना है इसकी पूरी प्रक्रिया समझायी । माया कुरील जी ने अपने विचारों में कहा की आप सभी काम के दौरान कहीं कोई हिंसा व भेदभाव बर्दाश्त नहीं करना, अगर कहीं कोई हिंसा भेदभाव होता है तो उसका विरोध करें और जरूरत होने पर सखी केंद्र की मदद ले। किरण तिवारी जी ने अपने विचारों में कहा आप लोग अधिक से अधिक सखी केंद्र के कार्यक्रम में भागीदारी करें जिससे आपको नई-नई जानकारियां मिलती रहेगी। मीना प्रताप जी ने अपने विचारों में महिलाओं को बताया की आप सब संगठित होकर अपने हक की लड़ाई लड़े क्योंकि संगठित होकर ही आप अपनी लड़ाई को जीत सकेंगे । इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से माया कुरील, माया सिंह, प्रभावती, मीना प्रताप, किरण तिवारी, रानी कठेरिया, सुषमा, उमा, विकास देवी की भागीदारी रही ।