कानपुर

 

कानपुर पुलिस कमिश्नरेट की जन सुनवाई में उत्कर्ष नर्सिंग एंड पैरा मेडिकल कालेज के छात्र छात्राओं ने न्याय की गुहार लगाई है।न्याय की गुहार लगाने आई एक छात्रा ने बताया की 2019 और 2020 में उत्कर्ष नर्सिंग एंड पैरा मेडिकल कालेज में करीब 50 छात्र और छात्राओं ने प्रवेश लिया था और लगभग सभी छात्रों से कालेज प्रशासन ने 5,5 लाख रुपया वसूल किया।लेकिन चार माह पहले जानकारी हुई की नर्सिंग कालेज की मान्यता ही नहीं है।जब की कालेज के मालिक उत्कर्ष त्रिवेदी ने बताया की इंडियन नर्सिंग कालेज से मान्यता प्राप्त है।जब इसकी सूचना उत्कर्ष त्रिवेदी को बताई तो वो धमकाने लगे की सबका भविष्य खराब कर देंगे।तब सभी छात्र छात्राएं कानपुर जिलाधिकारी से मुलाकात कर न्याय की अपील की तो जिस पर डीएम के आदेश पर परीक्षा प्रवेश पत्र तो मिल गया लेकिन कालेज प्रशासन फर्जी डाकुमेंट का आरोप लगाकर भविष्य खराब करने की धमकी देने लगे।आज कमिश्नर से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाने आए थे लेकिन कमिश्नर आफिस से बताए गया की कमिश्नर साहब मीटिंग में व्यस्त है।एक महीने से शहर के सभी अधिकारी के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे है लेकिन कही भी सुनवाई नहीं हो रही है।सभी छात्र और छात्राओं ने उधार और लोन लेकर फीस जमा किया अब घर वालो के गुस्से का शिकार हो रहे है।और भविष्य भी खतरे में है।वही छात्रा का कहना था की अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वो लोग अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेंगे।

प्रदेश में शिक्षा माफिया जगह जगह स्कूल कालेज और अस्पताल सहित नर्सिंग कालेज खोल कर छात्र छात्रों से मोदी रकम वसूल कर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है।और सरकार उन पर अंकुश लगाने में नाकाम हो रही है।

 

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