कानपुर

 

गर्मी में बच्चों का कैसे रखे ख्याल-

 

बढ़ती गर्मी के साथ छोटे बच्चों के माता-पिता का तनाव भी बढ़ता जा रहा है। इस गर्मी में जहां बड़े-बड़ों के पसीने छुट रहे हैं, ऐसे में शिशुओं का ख्याल रखना और भी ज्यादा मुश्किल हो जाता है। बड़ों के मुकाबले बच्चे काफी नाजुक होते हैं, ऐसे में घर के बाहर की गर्मी और घर के अंदर एसी की हवा के कारण वे जल्दी बीमार पड़ जाते हैं। ऐसे में कई पेरेंट्स अपने शिशुओं को गर्मी से बचाने के लिए उनकी स्किन पर भर-भरकर पाउडर लगाते हैं, उन्हें कुलर और एसी की हवा में सुलाते हैं, लेकिन क्या गर्मियों में शिशुओं का ध्यान रखने के लिए इन तरीकों को अपनाना सही है। ऐसे में आइए, वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ वी एन त्रिपाठी से जानते हैं गर्मी में शिशुओं की सही देखभाल के लिए क्या करें और क्या नहीं-

 

बच्चे के कमरे का तापमान 24 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच रखने की कोशिश करें। इससे बच्चे के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है और शिशु के लिए आरामदायक माहौल बनाए रखने में मदद मिलती है।

 

 

– बच्चों को हाइड्रेटेड रखें

 

गर्मी के मौसम में हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है। इसलिए आप इस बात को सुनिश्चित करें कि बच्चों को पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ मिले। ऐसे में स्तनपान करने वाले शिशुओं को बार-बार फीड करवाएं और फॉर्मूला दूध पीने को दें। इसके साथ थोड़े बड़े बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाना पर ध्यान दें।

 

– सूती कपड़े पहनाएं

 

गर्मी से बचाव और स्वास्थ्य को बेहतर रखने के लिए आप अपने बच्चे को हल्के, ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनाएं। सूती कपड़े सांस लेने लायक होते हैं और पसीने को सोखकर बच्चे को ठंडा रखने में मदद करते हैं।

 

– धूप से बचाव

 

बच्चों को सीधी धूप से दूर रखें।

जब भी बच्चे बाहर जाएं, उनके चेहरे और हाथों पर सनस्क्रीन लगाएं। सिर पर टोपी और आंखों पर धूप का चश्मा जरूर दें।

बच्चों को धूप से बचने के लिए छायादार जगहों पर ही खेलने के लिए कहें।

 

– भोजन:

 

हल्का और ताजा भोजन दें।

ताजे फल, सलाद, दही और ठंडे दूध से बनी चीजें खिलाएं।

तला-भुना खाना कम दें।

हरी सब्जियां खिलाएं।

 

– स्वच्छता:

बच्चों को बार-बार हाथ धोने की आदत डालें, खासकर खाने से पहले। रोज़ बच्चों को नहलाएं।

 

अन्य:

बच्चे को ठंडे पानी से नहलाएं या पानी की धुंध दें। नियमित रूप से मालिश करें, नारियल तेल सबसे अच्छा विकल्प है।

बच्चों को डायपर कम पहनाएं, क्योंकि इससे स्किन में रैशेज हो सकते हैं। अगर बच्चे को सर्दी-जुकाम हो जाए तो ठंडी हवा से बचाएं।

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