कानपुर

 

बिठूर महोत्सव में गायक कैलाश खेर द्वारा ” पिया के रंग-रंग दी ओढ़नी”, ” क्या कभी अम्बर से सूर्य बिछड़ता है, क्या कभी बिन बाती दीपक जलता है”, “कौन है वो कौन है वो, कहा से वो आया”, ” तेरे नाम से जी लू, तेरे नाम से मर लू, तेरे नाम से सदके से ऐसा कुछ कर जाऊ”, “जय-जय जयकार, स्वामी देना साथ हमारा”, ” तेरी दीवानी”, ” बन-ठन के गोरा कहा चली”, “अल्लाह के बंदे हसले, जो भी होगा कल आएगा”, ” बम-बम-बम लहरी”, गीतों को गाकर शानदार प्रस्तुति दी गयी।

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